Delhi Bus Ticket: दिल्ली परिवहन निगम ने हाल ही में अपने चेकिंग स्टाफ की संख्या में इजाफा किया है जिससे अब हर तीसरे-चौथे बस स्टैंड पर टिकट चेकर खड़े दिखाई दे रहे हैं. इसका मुख्य उद्देश्य बेटिकट यात्रियों पर नकेल कसना और राजस्व में बढ़ोतरी करना है.
कितना होगा जुर्माना
बिना टिकट के यात्रा करने वाले यात्रियों पर जुर्माना लगाने का अभियान जोरों पर है. यह कदम डीटीसी और क्लस्टर बसों में बेटिकट यात्रा को कम करने में मदद कर रहा है और साथ ही डीटीसी के राजस्व में सुधार ला रहा है.
बढ़ती संख्या में टिकट चेकर
पहले के मुकाबले अब ज्यादा संख्या में टिकट चेकर स्टाफ बस स्टॉप पर तैनात किए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों में बेटिकट यात्रा करने की प्रवृत्ति में कमी आई है. इससे डीटीसी को राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई है.
मौके पर जुर्माना
टिकट चेकर्स बस से उतरने वाले यात्रियों की टिकट जांच करते हैं और जिनके पास टिकट नहीं होता उन पर मौके पर ही जुर्माना लगाया जाता है. इससे यात्री टिकट खरीदने के लिए बोला जाता हैं और बिना यात्रा में कमी आती है.
डीटीसी बसों में कमी और इसके असर
डीटीसी बसों की संख्या में कमी के कारण बस चालक और कंडक्टरों को अब टिकट चेकिंग के लिए लगाया जा रहा है. इससे न केवल बस स्टाफ का उपयोगिता बढ़ रही है बल्कि बेटिकट यात्रा में भी कमी आ रही है.
महिला यात्रियों के लिए मुफ्त यात्रा योजना
दिल्ली में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा योजना के तहत महिलाओं को पास लेना होता है. कई महिलाएं इसे न लेकर यात्रा करती हैं और जब चेकिंग होती है तो उन पर भी जुर्माना लगाया जाता है.
अपराध में कमी
टिकट चेकिंग के बढ़ने से बसों में अपराध की घटनाएं भी कम हो रही हैं. चेकिंग स्टाफ की मौजूदगी से जेबकतरे और अन्य अपराधी बसों में नहीं चढ़ पा रहे हैं, जिससे यात्री सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.