Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस चरण के लिए पहली मेट्रो ट्रेन दिल्ली पहुंच चुकी है जिससे परियोजना की गति में और बढ़ोतरी हुई है. इस चरण में कुल पांच कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं जिनमें से तीन का निर्माण कार्य जारी है. मजलिस पार्क-मौजपुर मेट्रो कॉरिडोर का 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और मार्च तक इस कॉरिडोर पर मेट्रो ट्रेन सेवा शुरू होने की संभावना है.
नई लाइनों का विस्तार और तैयारी
मेट्रो के चौथे चरण के तहत 86 किलोमीटर नई लाइन (Delhi Metro new lines) बनेगी, जिसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम मार्ग, मजलिस पार्क-मौजपुर और एरोसिटी-तुगलकाबाद के कार्य जोरों पर हैं. इन कॉरिडोरों के साथ दो नए कॉरिडोर लाजपत नगर-साकेत जी ब्लाक और इंद्रप्रस्थ-इंद्रलोक की टेंडर प्रक्रिया भी चल रही है.
मेट्रो ट्रेन सेट्स की खरीद और आना जाना
इस चरण के लिए दिल्ली मेट्रो ने 52 ट्रेन सेट (312 मेट्रो कोच) खरीदने के लिए एल्सटाम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड से समझौता किया है (Delhi Metro coach procurement). पहली ट्रेन मुकुंदपुर डिपो में पहुंच गई है और आने वाले दिनों में इसका परीक्षण किया जाएगा.
चालक रहित परिचालन की सुविधा
डीएमआरसी का कहना है कि खरीदे गए कोच में से 144 कोच मजेंटा लाइन और 90 कोच पिंक लाइन के लिए आवंटित किए गए हैं, जबकि शेष 78 कोच तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी कॉरिडोर के लिए हैं (driverless metro operation). ये सभी ट्रेन सेट चालक रहित परिचालन के लिए अनुकूल होंगे और इनकी अधिकतम गति 95 किमी प्रति घंटे तक की होगी.
दिल्ली मेट्रो का विस्तारित नेटवर्क
दिल्ली मेट्रो का इस समय 391 किलोमीटर का नेटवर्क है, जिसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा कारिडोर और रैपिड मेट्रो, गुरुग्राम भी शामिल हैं (Delhi Metro network expansion). नेटवर्क पर लगभग 350 मेट्रो ट्रेनें चलती हैं, जिनमें चार, छह और आठ कोच के संयोजन वाली ट्रेनें शामिल हैं. भारत में पहली बार चालक रहित मेट्रो परिचालन दिसंबर 2020 में मजेंटा लाइन पर शुरू किया गया था और नवंबर 2021 में पिंक लाइन पर इसका विस्तार किया गया.