Delhi Metro – दिल्लीवासियों को बड़ी राहत देते हुए रेल प्रशासन ने एक नया मेट्रो कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया है. यह मॉडर्न पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम (public transport system) दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का हिस्सा होगा. इस पर सात नए मेट्रो स्टेशन बनाए जांएगे. इसका उद्देश्य दिल्ली वालों को बेहतर परिवहन सुविधा देना है-
दिल्लीवासियों को बड़ी राहत देते हुए रेल प्रशासन ने एक नया मेट्रो कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया है. यह मॉडर्न पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का हिस्सा होगा. यह कॉरिडोर लाजपत नगर को साकेत जी ब्लॉक से जोड़ेगा और इस पर 7 स्टेशन होंगे. इसका उद्देश्य दिल्ली वालों को बेहतर परिवहन सुविधा देना है. इस कॉरिडोर का निर्माण कार्य तीन साल में पूरा होने की उम्मीद है.
पहली बार दिल्ली मेट्रो के प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) संभालने जा रहा है. RVNL की ओर से इस कॉरिडोर को लेकर जानकारी शेयर की गई है, जिसमें बताया गया कि इस रूट पर कौन-कौन से स्टेशन होंगे. साथ ही बताया कि इस रूट पर एलिवेटेड वायडक्ट का निर्माण किया जाएगा. इस रूट पर सभी 7 स्टेशन एलिवेटेड प्लेटफॉर्म (elevated platform) के रूप में विकसित किए जाएंगे. यानी सभी स्टेशन सड़क की सतह से ऊपर एक पुल या अन्य संरचना पर बनेंगे.
इन 7 स्टेशनों से होकर गुजरेगी मेट्रो-
इस रूट में साकेत G-BLOCK, पुष्प विहार, साकेत जिला केंद्र, पुष्प भवन, चिराग दिल्ली, ग्रेटर कैलाश-1 (GK-1), एंड्रूज गंज और लाजपत नगर स्टेशन शामिल होंगे. इस रूट पर तीन कोच वाली मेट्रो चलेगी. इसके एक कोच में 300 यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे. इस मेट्रो रूट के सभी स्टेशन और स्टेशनों की तुलना में छोटे होंगे. एक स्टेशन 74 मीटर लंबा होगा. ऐसे में इन स्टेशनों को बनाने में समय भी कम लगेगा और लागत भी कम आएगी.
447.42 करोड़ की आएगी लागत-
यह एलिवेटेड कॉरिडोर लगभग 7.3 किलोमीटर लंबा होगा और इसकी अनुमानित लागत 447.42 करोड़ रुपये है. RVNL (रेल विकास निगम लिमिटेड) के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि यह प्रोजेक्ट DMRC (दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन) की वर्ल्ड क्लास अर्बन ट्रांसपोर्ट सिस्टम की सोच के अनुरूप है. यह दिल्ली के शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) में भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान देने का विशेष अवसर है. RVNL इस परियोजना को उत्कृष्टता, सेफ्टी और नवीकरण के साथ पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि उनकी टीम पहले से ही देश के कई हिस्सों में मेट्रो कॉरिडेर (metro corridor) पर एक्टिव है. हालांकि ये पहली बार है, जब वह दिल्ली मेट्रो के प्रोजेक्ट (delhi metro project) की जिम्मेदारी उठाने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट टाइमलाइन के अंदर पूरा किया जाएगा.

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		