दिल्ली में किसानों ने एक बार फिर बड़ा प्रदर्शन शुरू कर दिया है। भारतीय किसान परिषद (BKP) और अन्य संगठनों ने MSP (Minimum Support Price) की कानूनी गारंटी, मुआवजा, और अन्य मांगों को लेकर शांतिपूर्ण मार्च का आयोजन किया है।
प्रदर्शन की शुरुआत
किसानों ने सोमवार, 2 दिसंबर, को नोएडा के महामाया फ्लाईओवर से दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया। सुखबीर खलीफा, BKP के नेता, ने कहा कि यह मार्च शांतिपूर्ण होगा और किसानों की मांगों को सरकार के सामने रखा जाएगा।
यह प्रदर्शन अन्य संगठनों जैसे किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के विरोध से अलग है।
किसानों की मुख्य मांगें
- MSP की कानूनी गारंटी।
- कृषि ऋण माफी।
- किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन योजना।
- बिजली की बढ़ती दरों को रोकना।
- लखीमपुर खीरी कांड (2021) के पीड़ितों को न्याय।
- भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की बहाली।
- पिछले आंदोलनों में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा।
यातायात पर प्रभाव
किसानों के प्रदर्शन से दिल्ली और नोएडा के बीच यातायात बाधित होने की संभावना है। नोएडा पुलिस ने कई रूट डायवर्जन लागू किए हैं।
यातायात मार्गों में बदलाव:
- चिल्ला बॉर्डर: सेक्टर-14ए फ्लाईओवर और सेक्टर-15 गोलचक्कर।
- डीएनडी बॉर्डर: फिल्म सिटी फ्लाईओवर का उपयोग।
- कालिंदी कुंज: महामाया फ्लाईओवर होते हुए।
- यमुना एक्सप्रेसवे: जेवर टोल से खुर्जा के रास्ते।
प्रशासन की तैयारी
दिल्ली और नोएडा की पुलिस ने सीमाओं पर कड़ी बैरिकेडिंग कर दी है। भारी वाहनों का दिल्ली में प्रवेश प्रतिबंधित है। ट्रैफिक हेल्पलाइन: 9971009001।
किसानों की नाराजगी
किसान नेता सरकार के साथ संवाद की कमी से नाराज हैं। सरवन सिंह पंधेर, KMSC के महासचिव, ने कहा कि पिछली वार्ताएं विफल रहीं और सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और MSP की मांग को लेकर किसान आंदोलन तेज कर रहे हैं।