दुनियाभर में लोग कोरोना वायरस और ब्लैक फंगस जैसी बीमारियों से जूझ रहे है और अब डेंगू भी लोगों को निशाना बनाने से भी नहीं चूक रहा है। डेंगू वायर सएडिस मच्छर के काटने से होता है। डेंगू और कोरोना दोनों के ही शुरूआती लक्षण बुखार से शुरू होते है। दोनों बीमारियों में कई लक्षण आम होने के बावजूद इसमें कुछ अंतर भी हैं। डेंगू के बुखार में उल्टी, सूजन, रैशेज होते हैं। अगर डेंगू ने गंभीर रूप ले लिया हो तो इसमें बार-बार उल्टी आना, सांस तेज चलना, पेट में दर्द रहना, मसूड़ों से खून निकलना, कमजोरी, उल्टी में खून निकलना आदि भी शामिल हैं।
डेंगू बुखार डेंगू नाम के वायरस की वजह से होता है, जो एडिस नाम के मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है। हर साल डेंगू देश में एक बड़ी आबादी को प्रभावित करता है। इसका कारण अस्वच्छ जीवन और एक जगह पानी इकट्टा होना है। ये डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल है। डेंगू का पता चलने के बाद, अपनी डाइट पर ध्यान देना बेहद जरुरी है, क्योंकि आपकी डाइट आपको जल्दी ठीक होने में मदद करेगी। चलिए आपको बताते है कि इसके लिए आप किस तरह का डाइट को फॉलो करें-
विशेषज्ञों के अनुसार सुबह की शुरुआत रोगी को ताजा एलोवेरा जूस, गिलोय जूस या आंवले के जूस को खाली पेट पीना चाहिए। नाश्ते के लिए, वेज उपमा, दलिया, सेंवई पोहा या ब्राउन ब्रेड वेजी सैंडविच और 1 अंडे का सफेद भाग जैसी आसानी से पचने वाली चीजे खानी चाहिए। दोपहर के खाने से पहले अगर मरीज को भूख या प्यास लगती है, तो उसे नारियल पानी और एक चौथाई कप ताजा पपीते के पत्ते का रस या गिलोय का रस पीना चाहिए। दोपहर के भोजन के लिए घर बना खाना सबसे अच्छा है। इसमें सादी रोटी, चावल या पुलाव, खिचड़ी, दाल, उबली हुई सब्जियां और दही आदि खाना चाहिए।
शाम को कुछ भी खाने से बचने की कोशिश करें। आप केवल ग्रीन टी, अदरक की चाय या बिना नमक वाले पपीते के पत्ते का रस ले सकते है। रात के खाने से एक घंटे पहले क्लियर सूप या टमाटर या सब्जी का सूप लेना सबसे अच्छा होता है। दाल के साथ खिचड़ी, दलिया, उबली हुई सब्जी रात के लिए सबसे अच्छा और आसानी से पचने वाला भोजन है। ऐसा सुझाव दिया जाता है कि इम्यून सिस्टम को अच्छा करने के लिए एक चुटकी हल्दी पाउडर के साथ बकरी के दूध का सेवन करना चाहिएष। जल्दी ठीक होने के लिए ये जरूरी है कि आप हेल्दी खाने का सेवन करें।