DMRC New Update : दिल्ली में लगातार प्रगति कार्य को रफ्तार मिल रहा है। यहां पर नए नए मेट्रो कॉरिडोर बनाये जा रहे हैं। बता दें कि अब दिल्ली (Metro Corridor in Delhi) में 3 और नए मेट्रो कॉरिडोर को बनाया जाएगा। इसको लेकर रूट भी फाइल कर लिया गया है। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
दिल्ली में लगातार नए नए मेट्रो कॉरिडोर को बनाया जा रहा है। बता दें कि अब यहां पर 3 और नये मेट्रो कॉरिडोर (New Metro Corridor Update) का निर्माण होगा। इन मेट्रो कॉरिडोर के बनने की वजह से आम लोगों को काफी लाभ होगा और यात्रा भी सुगम होगी। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से इस बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
यहां पर बनेंगे मेट्रो कॉरिडोर
दिल्ली में तीन नए मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होने वाला है। सरकार ने इन तीनों मेट्रो कॉरिडोर पर काम करने को प्राथमिकता प्रदान कर दी है। इन कॉरिडोर में आर के आश्रम से इंद्रप्रस्थ, (Metro Corridor Location) एरोसिटी से टर्मिनल-1 और तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज को शामिल किया गया है। इन पर लगभग 11,150 करोड़ रुपये की लागत आने वाली है।
इतनी होगी कॉरिडोर की लंबाई
इन मेट्रो कॉरिडोर की कुल लंबाई 16 किलोमीटर से ज्यादा रहने वाली है। हाल ही में, नेशनल प्लानिंग ग्रुप (NPG) ने इन योजनाओं का मूल्यांकन कर दिया गया है। एनपीजी, पीएम गतिशक्ति फ्रेमवर्क के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स (Metro Corridor Project) की प्लानिंग कर दी है। अब ये योजनाएं कैबिनेट के सामने मंजूरी के लिए रखी जा रही है।
यहां पर होगा सबसे लंबे कॉरिडोर का निर्माण
दिल्ली मेट्रो के इन तीनों कॉरिडोर में आर के आश्रम से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर (Indraprastha Corridor) को शामिल किया गया है। यह पूरा रूट अंडरग्राउंड होने वाला है। इस पर नौ स्टेशन को बनाया जाएगा। ये स्टेशन इंद्रप्रस्थ, भारत मंडपम, बड़ौदा हाउस, इंडिया गेट (सी-हेक्सागन के पास), कर्तव्य पथ पर बने नए कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट (CCS New Project) बिल्डिंग, सेंट्रल सेक्रेटेरिएट, युगे युगीन भारत म्यूजियम (रकाबगंज गुरुद्वारा के पास), शिवाजी स्टेडियम और आर के आश्रम मार्ग पर बनाये जाएंगे।
जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक यह ग्रीन लाइन (Indralok-Indraprastha Link Metro Line) को ब्लू लाइन और जनकपुरी वेस्ट से आर के आश्रम मार्ग कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। इसकी वजह से राजीव चौक पर भीड़ कम होने में भी मदद मिलने वाली है।
प्राइवेट गाड़ियों पर निर्भरता होगी कम
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इंडिया गेट पर बनने वाला स्टेशन (metro station) पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन का विकल्प होने वाला है। इसकी वजह से प्राइवेट गाड़ियों पर निर्भरता भी कम होने वाली है। फिलहाल इंडिया गेट (New Metro Line) के पास सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट है। वहां से लोगों को या तो पैदल जाना पड़ता है या ऑटो-रिक्शा लेना पड़ता है। यह कॉरिडोर कर्तव्य पथ पर बन रहे 10 बड़े सरकारी दफ्तरों तक तेजी से पहुंचने में भी मदद करने वाले हैं।
APMS बनाने के प्रस्ताव को मिली मंजूरी
इस लाइन पर सीसीएस बिल्डिंग और सेंट्रल सेक्रेटेरिएट पर दो स्टेशन बनने से सरकारी कर्मचारियों को ऑफिस पहुंचने में आसानी होने वाली है। पहले सीसीएस बिल्डिंग को बेसमेंट से जोड़ने के लिए एक ऑटोमेटेड पीपल मूवर सिस्टम (APMS New Update) बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी गई थी।
हालांकि इसे छोड़ दिया गया क्योंकि उस ट्रांसपोर्ट सिस्टम का यूज सिर्फ सरकारी कर्मचारी ही कर पाते। एपीएमएस (APMS New project) एक तरह की छोटी स्वचालित ट्रेन होती है, जोकि लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में मदद करती है।
अधिकारियों ने दी जानकारी
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि एरोसिटी से टर्मिनल-1 तक मेट्रो लाइन (2.3 किलोमीटर) पूरी तरह से अंडरग्राउंड होने वाला है। इस पर सिर्फ एक स्टेशन (Metro Station) बनाया जाएगा। टर्मिनल-1 में तुगलकाबाद, खानपुर, साकेत, महरौली और वसंत कुंज जैसे इलाकों में रहने वाले लोगों को सीधे एयरपोर्ट कनेक्टिविटी मिलने वाली है। इसकी वजह से एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान हो जाएगा। खासतौर पर फरीदाबाद (Faridabad Metro Project) से आने वाले यात्रियों के लिए तुगलकाबाद इंटरचेंज के जरिए यात्रा करना सुविधाजनक होने वाला है।
तीन स्टेशन का होगा निर्माण
तुगलकाबाद-कालिंदी कुंज लिंक (4 किलोमीटर) पर तीन स्टेशन को बनाया जाएगा। यह एलिवेटेड कॉरिडोर के तौर पर रहने वाला है। एलिवेटेड कॉरिडोर (Elevated Corridor) का मतलब है कि मेट्रो लाइन जमीन के ऊपर पिलर पर बनाई जाएगी। यह अली विलेज, अली विहार और मदनपुर खादर से होकर गुजरने वाला है। यह नया लिंक कालिंदी कुंज में मौजूदा मैजेंटा लाइन से जुड़ने वाला है। इसकी वजह से वायलेट और मैजेंटा कॉरिडोर (Magenta Corridor Route) आपस में कनेक्ट हो जाएंगे।
ट्रैफिक की परेशानी होगी कम
इन तीनों मेट्रो लाइनों के बनने से दिल्ली में ट्रांसपोर्ट और भी आसान हो जाएगा। लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में कम समय लगने वाला है और ट्रैफिक की परेशानी से भी राहत मिलेगी। सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Public Transport in Delhi) को बेहतर बनाया जाए, इसकी वजह से लोग अपनी गाड़ियों का यूज कम करेंगे और प्रदूषण में भी कमी आएगी। मेट्रो इसका एक अहम हिस्सा रहने वाला है।
