DMRC Updates : दिल्ली मेट्रो के संचालन को बढ़िया बनाने के लिए ओर सफर को आसान बनाने के लिए DMRC की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अब हाल ही में दिल्ली मेट्रो को लेकर DMRC की ओर से बड़ा प्लान तैयार किया गया है। अब डीएमआरसी (DMRC Updates) के इस प्लान के तहत एक माध्यम के जरिए 60 प्रतिशत बिजली ली जाएगी। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
दिल्ली वालों के लिए डीएमआरसी की ओर से एकनया प्लान तैयार किया गया है। डीएमआरसी की यह पहल न सिर्फ दिल्ली मेट्रो बल्कि देश के स्वच्छ ऊर्जा मिशन के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर कही जा रही है। डीएमआरसी के इस प्लान (plan of DMRC) के तहत अब दिल्ली मेट्रो के लिए 60 प्रतिशत बिजली इस माध्यम से ली जाने वाली है। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में।
यहां से मिल रही 350 मिलियन यूनिट बिजली
इस पहल से दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के लिए ही नहीं, बल्कि देश के स्वच्छ ऊर्जा मिशन के लिए भी ये बेहतरीन है। अभी वर्तमान में डीएमआरसी अपनी ऊर्जा आवश्यकता का बड़ा हिस्सा पहले से ही स्वच्छ स्रोतों से कंप्लिट कर रही है। बता दें कि रीवा सोलर पार्क (Rewa Solar Park) से उसे हर वर्ष तकरीबन 350 मिलियन यूनिट बिजली मिल रही है।
मेट्रो संचालन में बिजली खपत
वहीं, दूसरी ओर स्टेशनों, डिपो व कर्मचारी कॉलोनियों की छतों पर लगे रूफटॉप सोलर प्लांट्स से तकरीबन 40 मिलियन यूनिट ऊर्जा पैदा की जा रही है। इसके परिणामस्वरूप, मेट्रो फिलहाल में अपनी कुल बिजली खपत का तकरीबन 33 प्रतिशत नवीकरणीय स्रोतों (renewable electricity) से पूरी की जा रही है। अच्छी बात यह है कि दिन के समय मेट्रो संचालन में यह हिस्सा बढ़कर तकरीबन 65 प्रतिशत तक हो जाता है।
नवीकरणीय बिजली की इतनी होगी हिस्सेदारी
बता दें कि नई बोलियों के जरिए एक सौर ऊर्जा डेवलपर (solar energy developer) को चुना जाएगा, ये सौर ऊर्जा डेवलपर भारत में कहीं भी ग्रिड से जुड़े कैप्टिव जनरेटिंग प्लांट व बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम को स्थापित करेगा। बता दें कि इस पहल से मेट्रो का मकसद यह है कि इससे अपने कुल ऊर्जा पोर्टफोलियो में नवीकरणीय बिजली (renewable electricity) की हिस्सेदारी को 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत से ज्यादा करने का है।
योजना सफल होने पर मिलेगी इतनी ऊर्जा
अगर यह योजना सफल हो जाती है तो दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro Updates) देश की पहली ऐसी मेट्रो परियोजना बनने वाली है, जो अपने परिचालन में 60 प्रतिशत से अधिक स्वच्छ ऊर्जा का यूज करेगी। यानी कार्बन उत्सर्जन में भारी कमी व एक पर्यावरण-संवेदनशील शहरी परिवहन मॉडल को नई दिशा देगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) ने अपने संचालन को अधिक टिकाऊ व पर्यावरण-अनुकूल बनाने के लिए हर साल 500 मिलियन यूनिट नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति हेतु बोलियां इन्वाइट की गई हैं।