e-Passport: बदलता दौर डिजिटल का है, जिसमें लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। वे ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर पढ़ाई तक हर काम कर रहे हैं। भारत में तकनीक का स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। देशभर में डिजिटल दौर के पासपोर्ट में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब भारत ने ई-पासपोर्ट लॉन्च कर दिया है। ई-पासपोर्ट पुराने पासपोर्ट से ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा है।
ई-पासपोर्ट में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप लगी है। यूजर्स की पूरी बायोमेट्रिक जानकारी उपलब्ध होगी। देशभर के कुछ बड़े शहरों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। हैदराबाद और अमृतसर समेत 12 क्षेत्रीय पासपोर्ट दफ्तरों में इसकी शुरुआत हुई है। इन पासपोर्ट पर लगी चिप की वजह से चेहरे की तस्वीर, फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन समेत तमाम बायोमेट्रिक डेटा मौजूद है।
इन शहरों में मिलने लगे ई-पासपोर्ट:
कई शहरों में ई-पासपोर्ट मिलने लगे हैं। शिमला, भुवनेश्वर, जम्मू, नागपुर और गोवा में ई-पासपोर्ट की सुविधा शुरू हो गई है। इनके अलावा रांची, रायपुर, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, जयपुर और सूरत में भी ई-पासपोर्ट का वितरण शुरू हो गया है।
ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट एक साउंड सिस्टम है। ई-पासपोर्ट एक पेपर और इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट है, जिसमें पासपोर्ट के इनले पर एक ऑडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप और एक एंटीना लगाया गया है। इसमें पासपोर्ट धारकों की व्यक्तिगत जानकारी और बायोमेट्रिक जानकारी फीड की जाती है।
इसके साथ ही आपके फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन और फोटो जैसी महत्वपूर्ण जानकारी पासपोर्ट में फीड की जाती है। चिप में एक एंटीना लगाया गया है। इससे स्कैनिंग के दौरान लंबी कतारों में खड़े होने से बचा जा सकेगा।
इससे धोखाधड़ी पर रोक लगेगी:
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ई-पासपोर्ट में मौजूद तकनीक डेटा की सुरक्षा के लिए बहुत मजबूत मानी जाती है। पासपोर्ट में हेरफेर, धोखाधड़ी और नकली पासपोर्ट के निर्माण जैसी आपराधिक गतिविधियों को रोका जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं है। यदि आपके पास पहले से ही पासपोर्ट है, तो यह इसकी समाप्ति तिथि तक वैध रहेगा।