Electric highway in india: केंद्र सरकार द्वारा देशभर में सड़कों और हाइवे का जाल बिछाने की पहल तेजी से जारी है. इसी क्रम में भारत के आठ राज्यों में नए नेशनल हाइवे के निर्माण की योजना को मंजूरी दी गई है जिसमें कुल 936 किलोमीटर लंबे आठ हाइवे शामिल हैं. इस परियोजना के लिए 50,655 करोड़ रुपये की लागत बताई जा रही है जिसे मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने स्वीकृति दे दी है.
आगरा से ग्वालियर के बीच नया हाइवे
उत्तर प्रदेश में आगरा से ग्वालियर के बीच एक नया 6-लेन राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर (six-lane-highway-Agra-Gwalior) निर्माणाधीन है जिसकी लंबाई 88 किलोमीटर होगी और इस पर 4613 करोड़ रुपये का खर्च आने की अनुमानित है. इस कॉरिडोर से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच संबंध मजबूत होंगे और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
खड़गपुर से गुरुग्राम का निर्माणाधीन हाइवे
खड़गपुर और मोरेग्राम के बीच भी एक 4-लेन नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है जिसकी लंबाई 231 किमी है और इस पर 10,247 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. यह हाइवे उत्तर-पूर्वी भारत और पश्चिम बंगाल, ओडिशा, और आंध्र प्रदेश के बीच यातायात को आसान बनाएगा.
गुजरात में नई हाइवे परियोजना
गुजरात के अहमदाबाद में भी एक नया 6-लेन राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिसकी लंबाई 214 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर 10,534 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
अयोध्या और कानपुर में रिंग रोड की योजना
अयोध्या में एक नई रिंग रोड का निर्माण होगा जिसकी लंबाई 68 किलोमीटर होगी और इस पर 3935 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसी तरह कानपुर में एक 47 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का निर्माण होगा जिसकी लागत 3298 करोड़ रुपये अनुमानित है. ये रिंग रोड्स शहरी यातायात को आसान बनाने और लंबी दूरी के वाहनों को शहर की भीड़ से दूर रखने में मदद करेंगे.