Electricity Rate Hike: अगर आपकी मासिक बिजली खपत 300 यूनिट के करीब है, तो मई के बिल में आपको लगभग ₹201 ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है. इस बढ़ोतरी में 4.67% फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज और 3.46% टैरिफ वृद्धि शामिल है, जो इस महीने से प्रभावी हुई है.
अब लागू हुआ टाइम ऑफ द डे टैरिफ
मई से “टाइम ऑफ द डे टैरिफ” भी लागू कर दिया गया है. इसका मतलब है कि सुबह 6 से 10 बजे और शाम 6 से रात 9 बजे तक की बिजली खपत पर आपको 20% ज्यादा दर से भुगतान करना होगा. इससे औसतन प्रति यूनिट ₹0.67 अतिरिक्त शुल्क जुड़ जाएगा, जो कुल बिल को और बढ़ा देगा.
फ्यूल एडजस्टमेंट सरचार्ज मई तक रहेगा लागू
यह सरचार्ज 24 अप्रैल से 23 मई तक लागू रहेगा. इस बार यह 3.92% तय किया गया है, जिसमें मार्च माह का घटाया गया 0.75% सरचार्ज भी जुड़ जाएगा. इससे कुल सरचार्ज 4.67% तक पहुंच गया है. जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं के बिल पर पड़ेगा.
सरचार्ज क्यों लिया जाता है?
फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज का मकसद बिजली बनाने और खरीदने में आने वाले मासिक खर्च की भरपाई करना होता है. मप्र विद्युत नियामक आयोग ने 2021 में नियमों में बदलाव कर बिजली वितरण कंपनियों (DISCOMs) को यह अधिकार दे दिया कि वे इसे हर माह बिना पूर्व अनुमति लागू कर सकते हैं.
बिजली के बढ़ते खर्च से कैसे बचें?
ऊर्जा दक्षता अपनाकर और खपत का समय बदलकर बिजली बिल को नियंत्रित किया जा सकता है.
- भारी उपकरण जैसे गीजर, वॉशिंग मशीन, मोटर आदि को ऑफ-पीक ऑवर्स में चलाएं.
- LED लाइट, इन्वर्टर एसी और एनर्जी एफिशिएंट डिवाइस का प्रयोग करें.
- स्मार्ट मीटर लगवाएं ताकि टैरिफ मॉनिटर कर सकें.
- सोलर पैनल और बैटरी स्टोरेज सिस्टम अपनाकर ग्रिड पर निर्भरता कम करें.
- टाइमर और ऑटोमेशन का इस्तेमाल कर उपकरणों को कम दर वाले समय में संचालित करें.
TOD टैरिफ के दायरे में आए एक लाख उपभोक्ता
मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा घोषित नए टैरिफ में अब एक लाख उपभोक्ताओं को टाइम ऑफ द डे (TOD) टैरिफ के अंतर्गत लाया गया है. अब ये उपभोक्ता भी पीक आवर्स में 20% ज्यादा टैरिफ पर बिजली लेंगे, जैसा पहले केवल उद्योगपतियों पर लागू होता था.
भोपाल में स्मार्ट मीटर की स्थिति
भोपाल में 2.86 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें से अभी 50 हजार मीटर ही इंस्टॉल किए जा सके हैं. स्मार्ट मीटर की मदद से रियल टाइम डेटा के जरिए TOD के अंतर्गत उपभोग की निगरानी करना आसान हो जाता है.
सरचार्ज तय करने की प्रक्रिया क्या है?
पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के सीजीएम शैलेंद्र श्रीवास्तव के अनुसार फ्यूल एडजस्टमेंट सरचार्ज हर माह तय किया जाता है और इसे ऊर्जा शुल्क के साथ जोड़ा जाता है. उन्होंने बताया कि यह एक प्रक्रिया है. जिसमें बदलाव समय-समय पर होते हैं – जैसे पिछले महीने 0.75% की कटौती भी की गई थी.