वर्तमान युग में तकनीकी विकास ने विज्ञान फंतासी को हकीकत में बदल दिया है। एलन मस्क की कंपनी Starlink ने हाल ही में एक नई सैटेलाइट टेक्नोलॉजी (Satellite Technology) की घोषणा की है जिसे Direct-to-Cell टेक्नोलॉजी कहा जाता है। इस नई तकनीक से न केवल मोबाइल टावरों की आवश्यकता कम होगी बल्कि स्मार्टफोन सीधे सैटेलाइट नेटवर्क से जुड़ सकेंगे। इससे दूरदराज के पहाड़ी और अन्य दुर्गम इलाकों में भी कनेक्टिविटी संभव हो सकेगी।
सैटेलाइट नेटवर्क की विशेषताएं
Starlink की इस तकनीक से उपयोगकर्ता सैटेलाइट से सीधे संपर्क साध सकेंगे जिससे ग्रामीण और अन्य कम पहुंच वाले क्षेत्रों में भी हाई स्पीड की कनेक्टिविटी (High-Speed Connectivity) सुनिश्चित की जा सकेगी। इस तकनीक से आपातकालीन स्थितियों में भी मदद मिल सकती है जहां पारंपरिक नेटवर्क विफल हो सकते हैं।
प्रभाव और फायदा
यह तकनीक विशेषकर उन क्षेत्रों के लिए लाभकारी होगी जहां अभी तक तकनीकी सुविधाओं का अभाव था। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आर्थिक गतिविधियों में भी सुधार होगा। दूरदराज के क्षेत्रों में बसे लोग भी डिजिटल इंडिया की मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे।