Employees Salary Hike :2026 में एक तरफ जहां सरकारी कर्मचारियों के लिए नया वेतन आयोग लागू होना है, वहीं अब प्राइवेट कर्मियों की सैलरी बढ़ौतरी को लेकर भी रिपोर्ट सामने आ गई है। देश के करोड़ों परिवार प्राइवेट नौकरी से चलते हैं, ऐसे में ये रिपोर्ट करोड़ों कर्मचारियों के काम की है।
कर्मचारियों के लिए सैलरी बढ़ौतरी एक बेहद खुशी का पल होता है। अब 2026 में प्राइवेट कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा होने से निश्चित तौर पर देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। लोगों के पास ज्यादा पैसे आएंगे तो निश्चित तौर पर बाजार में भी कैश फ्लो बढ़ेगा।
प्रतिस्पर्धा का चल रहा दौर
प्राइवेट सेक्टर में स्कील बहुत महत्वपूर्ण है। डिजिटलाइजेशन के दौर में लगातार लोगों को अपडेट रहना पड़ेगा। कर्मचारियों की सैलरी (Salary Hike Update) बढ़ौतरी प्रतिस्पर्धा में जीतने पर भी निर्भर करती है। आप लोगों का व्यक्तिगत प्रदर्शन व देश में महंगाई आपकी सैलरी के लिए विशेष भूमिका अदा कर सकते हैं।
किस आधार पर बढ़ेगी कर्मचारियों की सैलरी
देश में निजी सेक्टर में कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ौतरी कर्मचारियों (Employees Salary Hike) की स्किल, बोनस व काम में प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। कर्मचारियों की सैलरी बढ़ौतरी को लेकर मर्सर कंपनी का सर्वे सामने आया है। यह सर्वेक्षण रिपोर्ट 2026 के लिए किया गया है। कंपनियों की ओर से कर्मचारियों के लिए नए कदम उठाए जाएंगे। इसमें कंपनियां कर्मचारियों को सैलरी के साथ करियर ग्रोथ का भी प्लान बना रही हैं।
इन प्वाइंट्स पर किया गया विश्लेषण
कर्मचारियों की सैलरी (Employees Salary Hike) को लेकर रिपोर्ट में बताया गया है कि 1500 से अधिक कंपनियों के 8000 से ज्यादा पदों पर विश्लेषण किया गया है। महंगाई के दौर में नौकरी पाना भी प्रतिस्पर्धा के चलते मुश्किल हो रहा है। स्किल अपग्रेड करना अनिवार्य हो रहा है। कंपनियों की ओर से कर्मचारियों के प्रदर्शन के आधार पर बोनस देने पर जोर दिया जा रहा है। अच्छी व खास स्किल्स लोगों को ज्यादा पैसे की अपोर्चूयूनिटी दे रही है।
इतनी बढ़ेगी कर्मचारियों की सैलरी
कर्मचारियों की सैलरी को लेकर मर्सर की सलाहकार की ओर से कहा गया कि देश में कंपनियां अपने खर्च को देखते हुए अच्छे प्रदर्शन के आधार पर सैलरी (Salary Hike) बढ़ाने पर ही जोर देंगी। ऐसा ही पहले भी होता आया है। अगले साल यानी की 2026 में अलग अलग क्षेत्र में अलग अलग सैलरी बढ़ौतरी हो सकती है।
इसमें उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्र व वाहन उद्योग में ज्यादा बढ़ौतरी हो सकती है। यहां पर 9.3 से 9.5 प्रतिशत सैलरी बढ़ सकती है। वहीं, आईटी कंपनियों में एआई का असर दिख रहा है। इसके हिसाब से कर्मचारियों को अपग्रेड होना पड़ेगा। वहीं, श्रम कानूनों के चलते सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं ज्यादा मजबूत होगी।
