EPFO New Rules : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में अंशदान करने वाले देश के करोड़ों कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। EPFO ने हाल ही में पीएफ खाताधारकों के लिए कई नियमों (EPFO ke nye Niyam) में बदलाव किया है। इससे पीएफ खाताधारकों को फायदा होगा। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में।
नए साल के साथ ही ईपीएफओ के कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट आया है। अब ईपीएफओ ने सेटलमेंट (EPFO claim settlement rules) की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए नए नियम लागू किए हैं। जिससे सदस्यों के क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
इसका सीधे तौर पर प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले ईपीएफ सदस्यों (EPF members) को होगा। बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन भारत सरकार रोजगार मंत्रालय के अधीन काम करता है।
अब आसान होगा क्लेम सेटलमेंट प्रोसेस
जानकारी के अनुसार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (employees provident fund organisation) की ओर से बताया गया है कि EPF स्कीम, 1952 के पैराग्राफ 60(2)(b) में कुछ जरूरी बदलावों को मंजूरी मिल गई है।
इससे पहले लागू हुए नियमों के तहत खाताधारकों का क्लेम (EPF claim) माह की 24 तारीख तक सेटल होता था और उस पर इंटरेस्ट सिर्फ पिछले महीने के अंत तक ही दिया जाता था। लेकिन अब इन नियमों के तहत सदस्यों को ब्याज का लाभ क्लेम सेटलमेंट की तारीख तक मिलेगा, जिससे उन्हें क्लेम भी जल्दी मिलेगा और अधिक वित्तीय सुविधा मिल सकेगी।
जानिए कब से लागू होंगे ये नए नियम
हालांकि अभी सरकार की ओर से इन नियमों (EPF claim settlement niyam) को लेकर केवल मंजूरी दी गई है।अभी इन नई नियमों को लागू करने के लिए कोई ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है और जब तक केंद्र सरकार (center governmnet) की ओर से कोई अधिसूचना नहीं आती है, तब तक पुराने नियमों पर ही सेटलमेंट (PF claim sattelment rules)किया जाएगा। निकट भविष्य में नया नियम लागू होने की संभावना है।
नए नियमों से EPF सदस्यों को होंगे ये फायदे
इन नए नियमों के तहत EPF (employees provident fund organisation) मेंबर को कई लाभ होंगे। पहला लाभ तो यह होगा कि इससे EPF मेंबर को क्लेम सेटलमेंट तक पूरी अवधि के लिए ब्याज मिलेगा, जिससे कर्मचारियों को समय के हिसाब से हाई रिटर्न मिल सकेगा। पहले कम समय का ब्याज मिलता था।
इसके साथ ही सेटलमेंट (EPF claim sattel) मामलों की शिकायतों में कमी आएगी। इन नियमों के तहत ब्याज गणना में अंतर समाप्त होने से ईपीएफ सदस्यों को ब्याज की शिकायतें नहीं रहेंगी।
EPFO की कार्यप्रणाली में आएगा सुधार
नए नियम के लागू होने पर क्लेम प्रोसेस आसान हो सकेगा, क्योंकि जैसे ही ये नए नियम (New Rules) लागू होते हैं उसके बाद क्लेम को एक महीने के भीतर निपटाया जा सकेगा। इससे पहले इसमें देरी होती थी। यह ईपीएफ सदस्यों के लिए बड़ी राहत होगी। इतना ही नहीं नए नियम के आने से ईपीएफओ की ओर से तमाम दावों को बेहतरी से निपटाया जा सकेगा। इससे EPFO की कार्यप्रणाली में भी सुधार आएगा।