इंडिया पोस्ट ने EPFO के साथ समझौता किया है, जिसके तहत अब ग्राहकों को घर बैठे खास सुविधा मिलेगी। यह समझौता भारत सरकार की दो प्रमुख संस्थाओं के बीच हुआ है, जिसमें इंडिया पोस्ट भुगतान बैंक (IPPB) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) शामिल हैं।
इस समझौते के तहत EPFO के पेंशनधारकों को उनके जीवन प्रमाण पत्र (Digital Life Certificate) को घर पर ही डिजिटल रूप से जमा करने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए उन्हें बैंक या EPFO कार्यालय में जाने की ज़रूरत नहीं होगी। यह सुविधा विशेष रूप से उन बुजुर्ग पेंशनधारकों के लिए उपयोगी साबित होगी जो बैंक या ऑफिस जाने में असुविधा महसूस करते हैं।
इस पहल का मकसद ग्राहकों की सुविधा बढ़ाना और डिजिटल इंडिया के तहत तकनीक का उपयोग कर लोगों के जीवन को आसान बनाना है। इंडिया पोस्ट का विशाल नेटवर्क जिसमें 1.65 लाख से अधिक डाक घर और 3 लाख से ज्यादा डाक सेवा प्रदाता (पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवक) शामिल हैं, इस सेवा को देश के कोने-कोने तक पहुँचाएगा। पोर्टेबल डिवाइसेज जैसे फेस ऑथेंटिकेशन और फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक तकनीक द्वारा पेंशनधारक अपने जीवन प्रमाण पत्र घर बैठे ही जमा कर सकेंगे। इस पूरी प्रक्रिया का खर्च EPFO उठाएगा, जिससे यह सेवा पेंशनधारकों के लिए पूरी तरह से निशुल्क होगी।
EPFO Update 2025
इस समझौते के तहत, EPFO पेंशनधारकों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए नई डिजिटल सुविधा मिलेगी। जीवन प्रमाण पत्र एक वैध दस्तावेज होता है जो यह साबित करता है कि पेंशनधारी अब भी जीवित हैं, जिससे उन्हें पेंशन मिलती रहती है। पहले इस प्रमाण पत्र को जमा करने के लिए उन्हें बैंक या EPFO कार्यालय जाना पड़ता था, जो समय और श्रम-साध्य प्रक्रिया थी, खासकर बुजुर्ग और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए।
इस नई सुविधा के माध्यम से, इंडिया पोस्ट भुगतान बैंक के डाक कर्मचारियों को मोबाइल डिवाइस मुहैया कराए जाएंगे, जिनमें फेस आइडेंटिफिकेशन और फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक तकनीक होगी। ये कर्मचारी घर पर जाकर पेंशनधारकों के जीवन प्रमाण पत्र जमा करेंगे, जिससे उन्हें भौतिक रूप से कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी। यह सेवा भारत सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘ईज ऑफ लिविंग’ योजनाओं के अनुरूप है, जो देश में हर नागरिक के लिए डिजिटल सेवाओं को सुलभ बनाना चाहती हैं।
इसके अलावा, इस सेवा का लाभ उन पेंशनधारकों को भी मिलेगा जो दूर-दराज़ के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रहते हैं, जहां बैंक शाखाएं कम होती हैं। इस नई प्रक्रिया से समय की भी बचत होगी और पेंशनधारकों को सुविधा के साथ सम्मान मिलेगा।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) और कर्मचारी पेंशन योजना
EPFO भारत सरकार का एक प्रमुख संगठन है जो कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि, पेंशन और बीमा जैसी सेवाएं प्रदान करता है। इसकी स्थापना 1952 में हुई थी और वर्तमान में यह देश के लाखों कर्मचारियों और पेंशनधारकों की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है। EPFO के तहत विभिन्न योजनाएं संचालित होती हैं, जिनमें से प्रमुख योजना कर्मचारी पेंशन योजना (Employees’ Pension Scheme, 1995) है।
यह पेंशन योजना कर्मचारियों को सेवा के बाद नियमित मासिक पेंशन प्रदान करती है, जो उनकी वित्तीय सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। इसके अंतर्गत पेंशनधारकों को हर साल जीवन प्रमाण पत्र जमा करना जरूरी होता है ताकि उनकी पेंशन में कटौती न हो। इंडिया पोस्ट और EPFO के इस नए समझौते के बाद यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और सुविधाजनक बन जाएगी।
सुविधा का आवेदन कैसे करें
इस सेवा का लाभ पाने के लिए पेंशनधारकों को ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। इंडिया पोस्ट के डाक कर्मचारी खुद घर पर जाकर डिवाइस के जरिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की प्रक्रिया पूरी करेंगे। पेंशनधारक को बस अपनी आधार कार्ड और पहचान प्रदान करनी होगी, जिसके बाद बायोमेट्रिक सुविधा जैसे फिंगरप्रिंट या फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से सत्यापन हो जाएगा।
इस पूरी प्रक्रिया का कोई शुल्क भी नहीं लिया जाएगा क्योंकि इसका पूरा खर्च EPFO वहन करेगा। पेंशनधारकों को अब बैंक या कार्यालय जाकर कागजी प्रक्रिया से गुजरने की जरूरत नहीं होगी, जिससे उन्हें समय और कष्ट दोनों की बचत होगी।
निष्कर्ष
इंडिया पोस्ट और EPFO द्वारा शुरू की गई यह पहल पेंशनधारकों के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करने को बेहद आसान और सुलभ बनाएगी। डिजिटल तकनीक और डाक नेटवर्क के माध्यम से घर बैठे यह सुविधा मिलने से खासकर बुजुर्ग और ग्रामीण क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे। यह कदम सरकार की डिजिटल इंडिया और ईज ऑफ लिविंग पहल को मजबूत करता है और पेंशनधारकों के जीवन को सरल बनाता है।
