देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार में भगवान शिव की बहुत से मंदिर है जो काफी प्राचीन है। भगवान शिव की प्राचीन मंदिरों में स्वयंभू शिवलिंग है। जहाँ पर पूजा पाठ करने से जातक की इच्छा पूरी होती है। कहा जाता हैं कि श्रद्धा भक्ति भाव से शिवलिंग से अभिषेक करने पर भगवान हर इच्छा पूरी करते हैं।
दारिद्र भंजन महादेव
दारिद्र भंजन महादेव मंदिर हरिद्वार के उपनगरी और भगवान शिव के ससुराल कनखल में स्थित है। दारिद्र भंजन महादेव मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग है जो धीरे-धीरे पाताल लोक में जा रहा है। इस मंदिर में पूजा पाठ करने से लोगों की दरिद्रता खत्म हो जाती है।
नीलेश्वर महादेव मंदिर
हरिद्वार नजीबाबाद रोड पर स्थित नीलेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन मंदिर है। नीलेश्वर महादेव मंदिर पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामना पूरी होती है। मनीष शर्मा महादेव मंदिर में शंभू शिवलिंग है जिस पर गंगाजल और दूध से अभिषेक करने पर सभी मनोकामना पूरी होती है
दक्षेश्वर महादेव मंदिर
भगवान शिव के ससुराल में स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन और स्वयंभू मंदिर है। कहा जाता है कि ये भगवान भोलेनाथ की पहली पत्नी शक्ति का जन्म स्थान है। सावन के महीने में हर सोमवार को यहां पर पूजा करने का विशेष महत्व बताया जाता है। इस मंदिर में गंगाजल और दूध से अभिषेक करने से भोलेनाथ सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।
गौरी शंकर महादेव
गौरी शंकर महादेव मंदिर सतयुग के समय का बताया जाता है। नील पर्वत पर स्थित गौरी शंकर मंदिर में लोग दूर-दूर से पूजा पाठ करने आते हैं। गौरी शंकर महादेव मंदिर की प्राचीन कथा कई धार्मिक ग्रंथो में लिखी गई। कहा जाता है कि स्थान पर भगवान भोलेनाथ की बारात ने रूक कर जलपान किया था।
तिलभांडेश्वर महादेव
धार्मिक माने तो उनके अनुसार भगवान शिव की ससुराल में स्थित है तिलभांडेश्वर महादेव मंदिर गंगा किनारे स्थित है। कहा जाता है की जब भोलेनाथ अपने रुद्र अवतार में कनखल आये थे तो इसी स्थान पर उन्हें विशाल महाकाल रूप को सूक्ष्म रूप में किया था। यहां परतिलभांडेश्वर महादेव मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग है जो हर महीने तिल तिल कर घटता और बढ़ता जाता है।
पशुपतिनाथ मंदिर
हरिद्वार में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर हर की पौड़ी के पास गंगा किनारे की श्रवण नाथ मठ स्थित है। इस मंदिर में पूजा पाठ करने का विशेष महत्व बताया गया है। हरिद्वार में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर को करीब 200 साल हो चुके है। इस मंदिर में श्रद्धालु देश की कोने-कोने से पूजा करने आते हैं। हरिद्वार में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल पशुपतिनाथ के जैसा ही बना हुआ है।