Ganga Expressway: राज्य सरकार के ताजा बजट प्रस्ताव में मुजफ्फरनगर जनपद के लिए एक विशेष उपहार के रूप में गंगा एक्सप्रेसवे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक निर्माणाधीन है और इसका विस्तार हरिद्वार तक किए जाने की योजना है। इससे न केवल परिवहन सुविधा में सुधार होगा। बल्कि स्थानीय व्यापार और पर्यटन को भी बल मिलेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे का स्थानीय महत्व
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में स्पष्ट किया है कि गंगा एक्सप्रेसवे को मुजफ्फरनगर में शुकतीर्थ और बिजनौर में विदुर कुटी से जोड़ा जाएगा। यह कदम मीरापुर, रामराज, भोपा और मोरना क्षेत्रों में आर्थिक विकास को गति प्रदान करेगा और साथ ही धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
विस्तार के लिए चल रहा सर्वे और बजटीय आवंटन
वर्तमान में गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तार के लिए सर्वे कार्य चल रहा है और सरकार ने इस परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित किया है। मुख्यमंत्री ने इस एक्सप्रेसवे के गंगा किनारे बनने की बात कही है। जिससे इसकी पर्यावरणीय और दृश्यात्मक गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
प्रमुख विधायकों का समर्थन और प्रस्ताव
सदर से भाजपा विधायक और कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने प्रयागराज महाकुंभ में एक्सप्रेसवे के विस्तार की मांग उठाई थी। जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकृति प्रदान की। इसके अतिरिक्त भाजपा एमएलसी मोहित बेनीवाल ने भी मुख्यमंत्री से मिलकर इस परियोजना के लिए आभार व्यक्त किया।
शुकतीर्थ और विदुर कुटी ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का संगम
गंगा एक्सप्रेसवे के माध्यम से शुकतीर्थ और विदुर कुटी जैसे पवित्र स्थलों को जोड़ा जाएगा, जो कि धार्मिक पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। ये स्थान न केवल आस्था के केंद्र हैं बल्कि पौराणिक महत्व के भी हैं। जिससे इन स्थलों पर आने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
आर्थिक विकास और औद्योगिक संभावनाएं
गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ने पर मुजफ्फरनगर के गन्ना उत्पादन और पेपर उद्योग के लिए नए बाजारों तक पहुँचना आसान होगा। इससे स्थानीय उत्पादों की बिक्री में वृद्धि होगी और नई औद्योगिक संभावनाएं खुलेंगी। जिससे जिले का आर्थिक विकास सुनिश्चित होगा।
