General Knowledge : हमारे देश में अलग-अलग धर्म और त्यौहार मनाए जाते हैं ! हर त्यौहार को मनाने का अलग-अलग तरीका होता है ! ऐसा ही एक त्यौहार नेपाल में भी मनाया जाता है ! इस त्यौहार और इसे मनाने के तरीके के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे ! जी हां, नेपाल में कुकुर तिहार नाम का त्यौहार मनाया जाता है !
नेपाल में क्यों की जाती है कुत्तों की पूजा
त्यौहार को कुत्तों का त्यौहार भी कहा जाता है ! दरअसल, इस त्यौहार में नेपाल में कुत्तों को विशेष सम्मान दिया जाता है और उन्हें देवता की तरह पूजा जाता है ! जहां देशभर में 31 अक्टूबर को दिवाली का त्यौहार मनाया जा रहा था, वहीं नेपाल में इस दिन को कुकुर तिहार के तौर पर मनाया जा रहा था ! नेपाल में यह पांच दिनों का त्यौहार है, जिसे खास तरीके से मनाया जाता है ! तो आइए जानते हैं इस त्यौहार के बारे में !
कुकुर तिहार क्यों मनाया जाता है GK in Hindi
नेपाल में दिवाली के आसपास मनाया जाने वाला कुकुर तिहार या कुत्तों का त्यौहार पूरी दुनिया में अपनी अनूठी परंपरा के लिए जाना जाता है ! इस त्यौहार में कुत्तों को देवता मानकर पूजा जाता है और उन्हें विशेष सम्मान दिया जाता है !
हिंदू धर्म में कुत्तों को यमराज का दूत माना जाता है ! यमराज मृत्यु के देवता हैं ! मान्यता है कि कुत्ते यमराज के दूत होते हैं और मृत आत्माओं को यमलोक ले जाते हैं ! साथ ही, कुत्ते सदियों से मनुष्य के सबसे वफादार साथी रहे हैं !
वे घरों की रखवाली करते हैं और लोगों की रक्षा करते हैं ! कुकुर तिहार में कुत्तों के इन गुणों का सम्मान किया जाता है ! इसके अलावा, यह त्यौहार जानवरों के प्रति प्रेम और सम्मान को बढ़ावा देता है ! कुत्तों को भोजन, पानी और स्नान कराया जाता है और उन्हें प्यार से दुलारा जाता है !
नेपाल में क्यों की जाती है कुत्तों की पूजा , कुकुर तिहार कैसे मनाया जाता है General Knowledge
इस त्यौहार को मनाने का तरीका भी अलग है ! इस दौरान सबसे पहले कुत्तों को तिलक लगाया जाता है, फूलों की माला पहनाई जाती है और उन्हें खास तरह का खाना और मिठाई खिलाई जाती है ! इसके बाद इस दिन लोग सड़कों पर आवारा कुत्तों को खाना भी खिलाते हैं ! साथ ही लोग कुत्तों से आशीर्वाद लेते हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करते हैं !