Gold purchasing tips : सोना सबसे महंगी धातुओं में से एक है। इसे खरीदते समय जरा सी चूक आपको लाखों में पड़ती है। इसलिए जब भी सोना खरीदें तो केवल 916 यानी हॉलमार्किंग (gold hollmarking) नंबर को ही काफी न समझें। इसके अलावा और भी कई चीजों की गहनता से जांच कर लेनी चाहिए। आइये आपको एक-एक करके सोना खरीदते (gold purchasing rules) समय 5 खास गौर करने वाली बातें बताते हैं।
कई बार लोग ज्वैलरी शॉप पर सोना खरीदते समय दुकानदार पर ही विश्वास करके इसे शुद्ध (how to check gold purity) समझकर खरीद लेते हैं, तो कुछ लोग 916 जैसा हॉलमार्क (gold hollmark kaise dekhen) देखकर इसे लेकर चल देते हैं।
बाद में पता चलता है कि सोने के बदले कुछ और ही खरीद लाए और माथा पकड़ लेते हैं। कई दुकानदार ऐसे भी हो सकते हैं जो पलक झपकते ही बातों-बातों में ठगी कर जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि सोने की खरीद (gold buying tricks) करते समय और भी कई बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आप चूना लगने से बच सकें।
1. एक ही पहचान पर न अटकें-
916 हॉलमार्क का मतलब है कि सोना 91.6 प्रतिशत शुद्ध है, यानी यह जेवराती सोना है जो 22 कैरेट (22 carat gold price) कहा जाता है। इसे आप 22/24 के हिसाब से भी तय कर सकते हैं। केवल 916 देखकर ही संतुष्ट नहीं होना चाहिए, इसके अलावा और भी कई चीजें सोने की शुद्धता (check gold at home) के लिए जांच लेनी चाहिए। सोने की शुद्धता की पहचान (gold identification tips) के लिए एक ही बात पर नहीं अटकना चाहिए, बल्कि पूरी डिटेल देखें।
2. हॉलमार्क को कर लें अच्छी तरह चेक-
हॉलमार्क से ही सोने की शुद्धता (how to check gold purity) और प्रामाणिकता का पता चलता है। आभूषणों पर गारंटी के रूप में भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के मानकों के अनुसार यह अंकित होता है। हॉलमार्क के तीन पार्ट BIS Logo, कैरेट शुद्धता का निशान, हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) कोड हैं। HUID 6 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड है, यह सोने के सभी आभूषणों पर होता है। अगर यह नहीं है तो सोना नकली हो सकता है। इसीलिए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा हॉलमार्किंग अनिवार्य की हुई है।
3. गोल्ड की रीसेल वैल्यू का कर लें पता-
किसी चीज की रीसेल वैल्यू (gold resale price) आमतौर पर कम ही होती है, लेकिन सोने को फिर से बेचने पर जमीन की तरह अधिक वैल्यू मिलने के चांस होते हैं। इसलिए सोने के अपडेट रेट व सोने की रीसेल वैल्यू या एक्सचेंज रेट (gold exchange rate) जरूर पता कर लें। इसमें आपको मेकिंग चार्ज मिलेगा या नहीं, यह भी जान लेना चाहिए।
4. हमेशा पक्का बिल लें-
जब भी सोना खरीदें तो पक्का बिल लें व बिल में सोने की शुद्धता (22K, 18K, 14K), हॉलमार्क नंबर, मेकिंग चार्जेज और GST, ज्वैलर की पूरी डीटेल्स चेक करें। नहीं तो आपको गोल्ड रीसेल करते समय दिक्क्त होगी। आमतौर पर गोल्ड मेकिंग चार्ज (gold Making Charges) 8 प्रतिशत से 30 प्रतिश तक हो सकते हैं।
5. स्टोन जड़ित ज्वैलरी में न खा जाएं धोखा-
जब भी आप स्टोन जड़ित गहने खरीदें (Gold jewelery shopping tips) तो अतिरिक्त सावधानी बरतें। इसमें धोखा न खा जाएं, इसलिए जब स्टोन जड़ित ज्वैलरी (Stone-Studded Jewelry) खरीदें तो देखें कि स्टोन का वजन सोने की कीमत के बराबर तो नहीं लगा दिया गया है। स्टोन असली हैं या नकली (how to check pure gold), यह भी देख लें। आमतौर पर स्टोन की कीमत सोने से काफी कम होती है। यह साथ में तोल दिया गया तो आपको भारी चूना लग सकता है।