Gold Price In September : पिछले काफी समय से सोने की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। आने वाले दिनों में भी सोने की कीमत गिरने वाली है। ऐसे में जो भी लोग सोने की खरीदी (Gold Buying Tips) करने का प्लान कर रहे हैं उनके लिए खरीदी का शानदार मौका हो सकता है। आइए जानते हैं जानते हैं सितंबर में सोने की कीमत कितनी होने वाली है।
सोने की कीमतों में पिछले काफी समय में गिरावट दर्ज की जा रही है। ऐसे में कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों (Gold Price News) में यूहीं गिरावट देखी जाने वाली है।
वहीं कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि हाल ही में रिपोर्ट पैश की गई है, जिसमें बताया गया है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमत क्या रहने वाली है। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।
दसवें दिन गिरें चमके सोने के दाम
अब अगस्त में इसकी चमक कम होती दिख रही है। आज लगातार दसवें दिन सोने के दाम गिर गए हैं। महीने की शुरुआत में रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद अब सोने की कीमत (Gold Price) नीचे की ओर आया है। निवेशक, व्यापारी और ज्वेलर्स अब अंतरराष्ट्रीय बाजार पर नजर रख रहे हैं कि आगे सोने की चाल कैसी रहेगी।
22 कैरेट सोने के दाम
19 अगस्त को सोने की कीमत के बारे में बात करें तो 22 कैरेट सोने का भाव (22K Gold Rate) 9,280 रुपये प्रति ग्राम पर पहुंच गया है। यानी 74,240 रुपये प्रति सोवरेन (8 ग्राम) था। रविवार को इसमें और गिरावट आई और यह घटकर 9,235 रुपये प्रति ग्राम पर पहुंच गई है और 73,880 रुपये प्रति (Sone ki kemat) सोवरेन पर आ गया है।
ज्वेलर्स का मानना है कि यह गिरावट उनके लिए अच्छी है, क्योंकि दाम कम होने से ग्राहकों की वापसी हो रही है, जोकि पिछले कुछ हफ्तों से खरीदारी टाल रहे थे।
एक्सपर्ट्स का ये है मानना
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कमजोरी के पीछे वैश्विक आर्थिक संकेत और भू-राजनीतिक तनावों में कमी का प्रभाव है। जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज (JM Financial Services) के कमोडिटी और करेंसी रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट ने बताया है कि अगले हफ्ते सोने के भाव में मिलाजुला रुख रहा है।
सबकी नजर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और अगले महीने होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक पर है। व्यापारी अमेरिका (Gold Price Hike Reason) के हाउसिंग डेटा, ब्रिटेन और यूरोजोन के सीपीआई आंकड़े और पीएमआई रिपोर्ट्स पर नजर रखेंगे। फिलहाल कमजोर अमेरिकी आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुस्ती की ओर इशारा कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम की निभाई अहम भूमिका
अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब से भू-राजनीतिक तनावों में कमी के संकेत मिले हैं, सोने जैसे सुरक्षित निवेश (Gold Investment) की मांग कम हुई है।
अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात से यूक्रेन में युद्धविराम की उम्मीद जगी है। इसके अलावा अमेरिका और चीन ने टैरिफ युद्ध पर अस्थायी रोक (Sone ki kemat) को आगे बढ़ा दिया है, जिससे व्यापारिक तनाव कम होने के संकेत मिल रहे हैं।
सितंबर में आएगा दौबारा उछाल
यहां यूरोपीय सेंट्रल बैंक की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल भाषण देने वाले हैं। उनके बयान से ब्याज दरों की दिशा और सोने (Gold Price Latest Update) की आगे की चाल तय की जा सकती है।
ऐतिहासिक ऊंचाइयों से कीमतों में गिरावट आई है। ऐसे में निवेशकों के लिए सबसे बड़ा सवाल यही है कि सितंबर में सोना और गिरेगा या फिर दोबारा उछाल मारेगा।