Gold Buying Tips : सोना आज के समय में सबसे महंगी धातुओं में शामिल है। इसे खरीदते समय कई लोग लापरवाही या छोटी सी भूल के कारण ठगी का शिकार भी हो जाते हैं। इसलिए सोना खरीदते (Gold Purchasing Tips) समय हमेशा बिल में इन 5 चीजों को जरूर चेक कर लेना चाहिए, नहीं तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। आइये जानते हैं किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सोने की खरीददारी स्मार्ट तरीके से करनी चाहिए, सोना खरीदते समय अधिकतर लोगों का ध्यान केवल हॉलमार्क (gold hollmark) पर ही केंद्रित होता है। मोटा मोटी लोगों को इतना ही पता होता है, लेकिन इसके अलावा और भी बहुत सी चीजें हैं जिनको बिल (Gold Jewellery bill) में जरूर चेक कर लें। जरा सी अनदेखी आपकी लाखों की पूंजी को डुबो सकती है। खासकर बिल में इन 5 चीजों को अवश्य चेक कर लें ताकि आपकी खरीदारी पारदर्शी रहे और आप ठगी का शिकार न बनें।
1. बिल में देख लें यह डिटेल है या नहीं-
सोना खरीदते समय सराफा व्यापारी से इसका पक्का बिल या रसीद लेना न भूलें। यह बिल भी BIS के नियमों (BIS gold buying rules) के अनुसार होना चाहिए यानी इसमें सोने की शुद्धता को बताने वाला हालमार्क, गहनों की संख्या और इनकी शुद्धता कितनी है, हर गहने का अलग अलग वजन, सोने के कैरेट की जानकारी, सोने का ताजा भाव (gold update price), अप्रैल से लागू किया गया 6 अंकों वाला अल्फान्यूमेरिक हॉलमार्क (Alphanumeric Hallmark) गहनों पर जरूर देख लें।
2. अल्फान्यूमेरिक HUID में मिलेंगी ये चीजें –
सोने के गहनों पर लगे अल्फ़ान्यूमेरिक HUID ((Hallmark Unique Identification) कोड में अक्षर और संख्याएं दोनों होती हैं। यह हर गहने पर होता है। इसमें BIS (Bureau of Indian Standards) का लोगो होगा जो सोने की शुद्धता की गारंटी (how to check gold purity) के लिए होता है।
उस केंद्र का लोगो या नंबर भी होगा जहां आभूषण की शुद्धता की जांच की गई होती है। इसके अलावा सोने की कैटेगरी बताने वाला अंक होगा। जैसे 22 कैरेट सोने (22K gold) के गहने पर 916 लिखा होगा। यानी यह सोना 91.6 प्रतिशत शुद्ध होता है। धोखाधड़ी से बचने के लिए हमेशा हॉलमार्क (how to check gold hollmark) वाले आभूषणों को ही खरीदें।
3. ताजा भाव का कर लें मिलान –
ज्वैलर से जब भी सोना खरीदें (Gold Purchasing bill) तो आपको इसके ताजा भाव पता होने चाहिए। ये बिल में लिखे होते हैं और इनसे मिलान कर लें। आप ताजा रेट से अपडेट नहीं होंगे तो आपको चूना लगाया जा सकता है। इसलिए हमेशा पक्की रसीद (authentic gold receipt) ही लेनी चाहिए। यह रसीद भविष्य में आपके लिए सोने के सबूत के तौर पर तो काम करेगी ही, अगर कोई मिलावट सोने में पाई जाती है तो संबंधित दुकानदार पर इसी रसीद या पक्के बिल (sone ka pakka bill) के आधार पर कार्रवाई कर सकते हैं।
4. स्टोन का वजन होना चाहिए अलग-
सोने के गहनों का वजन कराते समय यह चेक कर लें कि दुकानदार गहनों में लगे स्टोन (gold stone) आदि को भी सोने के वजन में तो शामिल नहीं कर रहा है। इनकी जानकारी बिल (gold bill) में अलग से नोट करवा लें। स्टोन कौन सा है और कैसी क्ववालिटी का है, ये भी बिल में होना जरूरी है।
5. जीएसटी व मेकिंग चार्ज –
हर राज्य में जीएसटी व मेकिंग चार्ज (GST rule for gold) अलग से लगता है। इस कारण गहनों का रेट भी बदल जाता है। बिल में यह दिया गया है या नहीं, इसे चेक कर लें। यह भी देख लें कि यह अधिक तो नहीं लगा दिया गया है। मेकिंग चार्ज (gold fact check) के लिए आप बारगनिंग भी कर सकते हैं। ( 4 july gold price )
सोने की शुद्धता यहां भी करा सकते हैं चेक-
BIS की ओर से सोने की शुद्धता (gold purity) की जांच कराने के लिए केंद्र स्थापित किए गए हैं। आप किसी भी बीआईएस समर्थित एसेंइग एंड हॉलमार्किंग सेंटर पर जाकर फीस देकर सोने की शुद्धता (check gold purity at home) को चेक करा सकते हैं। इन केंद्रों की BIS की ओर से जारी सूची देखकर आप अपने नजदीकी सेंटर पर सोने की जांच करा सकते हैं।