Gold Price Updates : बीते कुछ दिनों से सोने की कीमतों में खूब गिरावट देखने को मिल रही थी, लेकिन अब सोने की कीमत में इस ताबड़तोड़ गिरावट के बाद अब सोने की कीमतों में तेजी का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में निवेशकों और आम नागरिकों के मन में यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या अभी के समय में सोना (Gold Rates Updates)खरीदना निवेशकों और आम नागरिकों के लिए सही मौका है। आइए जानते हैं इस बारे में।
अब शादी-ब्याह का सीजन भी समाप्त हो रहा है और ऐसे में सोने की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। अब अगस्त से फेस्टिव सीजन के चलते सोने की तगड़ी खरीददारी होने की संभावना है तो ऐसे में कई निवेशक इस बारे में विचार कर रहे हैं कि क्या यह सोना (Sone Ke Bhav)खरीदने का सही मौका है। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट का क्या कहना है।
एक तोला सोने का भाव
आज 4 जुलाई को भी सोने की कीमतें मजबूत रही। बता दें कि स्पॉट गोल्ड 3,338.22 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था, जबकि अमेरिकी सोने का वायदा भाव 3,347.80 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है। देशभर में सोने की कीमत में 1,140 रुपये की तेजी आई है।
जबकि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 22 कैरेट सोने की कीमत (22 Carat Gold Price) 90,210 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है और 24 कैरेट सोने का भाव(24 Carat Gold Price) 98,410 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
विदेशी खरीदारों को आकर्षित कर रहा सोना
बता दें कि डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) 3 साल के निचले स्तर ट्रेड कर रहा है, जिसका प्रभाव यह पड़ा है कि इससे विदेशी खरीदारों के लिए सोना और भी अट्रेक्टिव बन गया है। डॉलर की गिरावट ने अब होने वाली यूएस नॉन फॉर्म पेरोल रिपोर्ट से पहले बुलियन में किसी भी गिरावट को करने में मदद की।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के एक्सपर्ट का कहना है कि अमेरिकी डॉलर में कमजोरी के चलते सोने (Sone Ke Rate) की कीमतें हाल के निचले स्तरों से मजबूत हुई हैं।
अगर आगामी नौकरियों की रिपोर्ट में कोई भी नरमी होती है तो इससे बुलियन की अपील बढ़ सकती है, जिससे उम्मीद है कि फेड की ब्याज दरों में पहले ही कटौती बढ़ सकती है।
ट्रिलियन डॉलर का बढ़ सकता है घाटा
इसके अलावा आपको बता दें कि फिलहाल ट्रेडर्स आज की ADP रिपोर्ट और कल आने वाले महत्वपूर्ण नॉन फॉर्म पेरोल आंकड़ों (Non-Farm Payroll Data) सहित अमेरिकी रोजगार डेटा पर नजर टिका कर रखें हैं। बता दें कि लेबर मार्केट में तेजी के चलते रीडिंग दरों में कटौती में देरी हो सकती है, जिससे सोने की तेजी पर लगाम लग सकती है।
इसके साथ ही अमेरिकी सीनेट में ट्रंप का टैक्स (Trump’s Tax)और खर्च बिल पास कर दिया गया है, जिससे अगले 10 साल में 3 ट्रिलियन डॉलर (trillion dollar)का घाटा बढ़ने की संभावना है। इस चीज ने बॉन्ड बाजार को परेशानी में डाल दिया है।
आने वाले समय में बढ़ेगी सोने की मांग
एक्सपर्ट का कहना है कि सोने की कीमतों (Sone Ke Bhav) में आगे तेजी आने की संभावना है क्योंकि ग्लोबल अनिश्चितता की स्थिति में सोने में इन्वेस्टमेंट बढ़ता जाता है। इस दौरान अमेरिकी फेड का फैसला, टैरिफ डील पर बाजार की नजर बनी रहेगी।
हालांकि पिछले 2-3 महीनों में सोने की डिमांड कम रही थी। अगस्त में शादियों, त्योहारों को देखते हुए सोने की खरीदारी बढ़ने के आसार है। इस दौरान सोने की कीमतें 3700 डॉलर के स्तर पर पहुंच सकता है।
वैसे तो इइस समय सोने के हल्के गहनों (Gold Jewellery)की डिमांड सर्राफा बाजार में बढ़ी हुई है। सोने के दाम बढ़ने से सोने के कैरेटेज मांग (gold caratage demand) में नरमी आई है। सोने के दाम में इजाफे से 18 कैरेट के गहनों की डिमांड में इजाफा हुआ है। ( 4 july gold price )