Gold Price : सोने के दामों में उतार चढ़ाव जारी है। इस साल सोना एक लाख के पार जा चुका है। अब तक सोना 30 प्रतिशत तक रिटर्न दे चुका है। सोने के दामों में इस रिटर्न के बाद सोना काफी गिरा भी है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि निकट भविष्य में सोने के दाम कितने होंगे। इसको लेकर एक्सपर्ट की राय सामने आ गई है।
सोना इस साल काफी बढ़ा है। सोने के दाम इस साल की शुरुआत में 76 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास से शुरू हुए थे और इस साल 22 अप्रैल को 1 लाख पार जा पहुंचे थे। सोने ने आम ग्राहकों परेशान तो निवेशकों को खुश किया है।
सोने की कीमतें बढ़ने का कारण
विशेषज्ञ एड यार्डेनी का मानना है कि वैश्विक अस्थिरता के चलते सोने की कीमतों (Gold Rate) में काफी ज्यादा तेजी देखी जा रही है। इसके अलावा अमेरिका और चीन के बीच में चल रहे ट्रेड वॉर और डॉलर की कमजोर होती स्थिति भी सोने की बढ़ती कीमतों के लिए जिम्मेदार है।
उनका मानना है कि अगर डॉलर में कमजोरी आती है तो बाकी देशों की कैरेंसी में निवेश करने वालों के लिए सोना काफी सस्ता हो गया है। ऐसे में बाजार में सोने की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है।
इस वजह से भी हुआ सोना प्रभावित
घरेलू बाजार में डॉलर-रुपये में उतार-चढ़ाव आया है। अमेरिका की ओर से यूरोपिय यूनियन टैरिफ की समयसीमा बढ़ाने के फैसले ने भी सोने की मांग (Gold Rate) पर प्रभाव डाला है। भू-राजनीतिक तनाव में कमी आई है। निवेशकों ने दूसरी एसेट क्लास की ओर रुख करना शुरू कर दिया है।
सोने के दामों में बेहिसाब बढ़ौतरी
इस साल सोने के दामों में बेहिसाब बढ़ौतरी हुई है। सोना इस साल 30 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका था। सोने के दाम एक लाख को क्रॉस कर गए थे। 22 अप्रैल का वो ऐतिहासिक दिन था, जब सोना (Gold Rate) सर्राफा बाजार में एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम को क्रॉस कर गया था। इसी दिन एमसीएक्स पर सोने के दाम 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम पर थे।
निवेशकों ने बढ़ाई कीमत
सोने में निवेशकों की रुचि बढ़ी है तो आम खरीदार कम हुए हैं। 16 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि साल की पहली तिमाही में ज्वेलरी खरीद 25 प्रतिशत कम हो गई है। वहीं, निवेशकों की देखें तो सात प्रतिशत सोने (Gold Rate) के निवेश कम हुए हैं। सोना खरीद में निवेशकों का यह दस साल बात सबसे बढ़ा आंकड़ा है।
क्या चल रहे हैं सोने के दाम
अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड (Spot Gold in International Market)में 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिसके बाद यह गिरकर 3,295.99 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। इसके साथ ही यूएस गोल्ड फ्यूचर्स में भी 0.6 प्रतिशत की कमजोरी आई है, जिसके साथ 3,294.20 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी।
इसके साथ ही एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स (Gold Futures in MCX) में भी नरमी देखने को मिली। गोल्ड फ्यूचर्स में 315 रुपये यानी 0.33 प्रतिशत गिरावट आई, जिसके बाद यह 95,074 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। हालांकि सोने के लिए यह हफ्ता अच्छा नहीं रहा, क्योंकि इस हफ्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना (Gold in international market)में 1.8 प्रतिशत की गिरावट आई है।
2 महीने बाद इतने का मिलेगा सोना
सोने के दामों को लेकर एक्सपर्ट राजेश सोनी का कहना है कि दो महीने बाद सोने के दामों में बढ़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। सोने के दाम एक लाख के करीब या फिर पार भी जा सकते है। इसका कारण टैरिफ वॉर रहेगा। उन्होंने कहा कि ट्रंप की ओर से लगाया गया टैरिफ जुलाई तक ही होल्ड पर है।
जुलाई में यह हटने के बाद बाजार में हलचल के बाद निवेशकों के पास फिर से सेफ निवेश का विकल्प सोना बचेगा और वो सोने में फिर पैसा लगाएंगे तो सोने के दाम (Gold Rate) दो महीने बाद 97 हजार से 1 लाख तक प्रति दस ग्राम जा सकते हैं। यानी 1 ग्राम सोना ही 9700 से 10000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक मिलेगा। ( 1 june gold price )