Gold Rate Hike :इस साल सोना लगातार रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। सोमवार को सोने ने एक बार फिर से नया रिकॉर्ड बना दिया है। एमसीएक्स पर सोना 96,000 के पार चला गया है। इसके बाद बहस चल पड़ी है कि अगले 3 महीने में सोना कितना बढ़ेगा। इन दिनों सोने के दाम 100000 रुपये प्रति दस ग्राम के करीब पहुंच चुके हैं।
साल की जब शुरुआत हुई तो सोने की रफ्तार चल रही थी, जो अब तक कायम है। सोना इस साल में 23% से ज्यादा बढ़ चुका है। अप्रैल के महीने में ही सोने के दाम 6 से 7% बढ़ चुके हैं।
एमसीएक्स पर सोने ने सोमवार को फिर से रिकॉर्ड बनाते हुए 96000 का आंकड़ा पार कर दिया है। साल की शुरुआत में लोग जहां कह रहे थे कि साल के अंत तक सोना एक लाख को पार कर जाएगा, वह आंकड़ा तो बहुत करीब आ गया है।
क्या चल रहे हैं सोने के दाम
देश में शहरों में सोने की मौजूदा समय में कीमतें अलग-अलग हैं। हर शहर का अपना सराफा बाजार है। ऐसे में देश के कई प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने की कीमत (Gold Rate) लगभग 97 हजार रुपये के आंकड़े को पार किए हुए है। वहीं, एमसीएक्स पर भी सोना 96 हजार को क्रॉस कर चुका है। कुछ जगह तो कीमतें 98 हजार के बहुत करीब पहुंच चुकी हैं।
क्यों बढ़ रहे सोने के दाम
सोने के दाम बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण अंतर्राष्ट्रीय व्यापार युद्ध है। अमेरिका की ओर से लगातार उठाए जा रहे कदमों की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता का माहौल बन गया, जिस वजह से निवेशकों ने बाजार में अपने पैसे को असुरक्षित मानते हुए सोने में रुपया निवेश किया।
सोने में (Gold Rate Hike) निवेशकों ने सुरक्षित एसेट मानते हुए निवेश किया है। निवेशकों का मानना है कि सोन बाजार की तरह तो नहीं गिरेगी।
साल के अंत तक कितने हो जाएंगे दाम
सोने के दामों को लेकर अलग-अलग भविष्यवाणी सामने आ रही हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने के दाम कम होंगे तो ज्यादातर का मानना है कि सोने के दाम इस साल बहुत ज्यादा बढ़ेंगे। ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन के अनुसार इस साल के अंत तक सोना 1,38,000 प्रति दस ग्राम के आंकड़े तक पहुंच सकता है।
उनका मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम 3700 डॉलर प्रति औंस से लेकर 4500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकते हैं। ऐसे में देश में सोना 1,00,000 से ज्यादा साल के अंत तक बहुत आराम से पहुंच जाएगा।
कम होने का भी अनुमान
दूसरी ओर विशेषज्ञ जॉन मिल्स का मानना है कि साल के अंत तक सोने के दामों में बहुत बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी। उन्होंने तर्क दिया है कि सोने की खरीद बहुत हो चुकी है। केंद्रीय बैंकों की ओर से भी आगे सोने का स्टॉक ज्यादा नहीं रखा जाएगा। बाजार की स्थिति हमेशा खराब नहीं रहने वाली है।
बाजार की स्थिति ठीक होते ही निवेशक बाजार में लौट जाएंगे और सोना बेचेंगे जिस वजह से सोने की आपूर्ति बढ़ जाएगी और मांग कम हो जाएगी और सोना घटकर 1800 डॉलर प्रति औंस तक आ सकता है, उनके अनुमान के अनुसार देखें तो देश में सोने की कीमत साल के अंत तक 56000 रुपये प्रति तोला तक जा सकती हैं।
3 महीने बाद क्या होंगे सोने के दाम
ज्वेलर संदीप सोनी के अनुसार सोने के दामों में निरंतर बढ़ोतरी जारी है। फिलहाल तक सोने के दाम केवल अंतरराष्ट्रीय कारण से बढ़ रहे थे, लेकिन अब देश में खरमास खत्म होने के बाद मांगलिक कार्य शुरू हो गए हैं।
इस वजह से अब भारत में तो सोने की डबल मांग हो रही है। ऐसे में सोने (Gold Rate Hike) के दाम अगले 3 महीने में एक लाख का आंकड़ा छू सकते हैं जोकि ऐतिहासिक होगा।