Gold Price Hike : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी, 2025 को आम बजट पेश करेंगी. इस बजट पर सभी की नज़रें हैं, और अटकलें लगाई जा रही हैं कि सोने की कीमतों पर टैक्स में बड़े बदलाव (Major changes in tax on gold prices) हो सकते हैं. संभावना है कि सरकार सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फैसला ले सकती है-
केंद्रीय बजट का समय नजदीक आ रहा है. संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी, 2025 को आम बजट पेश करेंगी.
इस बजट पर सभी की नज़रें हैं, और अटकलें लगाई जा रही हैं कि सोने की कीमतों पर टैक्स में बड़े बदलाव (Major changes in tax on gold prices) हो सकते हैं. संभावना है कि सरकार सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फैसला ले सकती है, जिससे बाजार में प्रभावी बदलाव आएगा.
एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि सरकार इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की तैयारी कर रही है. अगर 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में सोने पर कस्टम ड्यूटी (custom duty on gold) बढ़ाने का ऐलान होता है तो सोने का आयात महंगा हो जाएगा. इससे सोने की कीमत और बढ़ जाएगी.
2024 में गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी में हुई थी 9 प्रतिशत की कटौती-
पिछले साल वित्त मंत्री ने जुलाई में पेश बजट में सोना और चांदी (gold and silver) पर इंपोर्ट ड्यूटी 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दी थी. इंपोर्ट ड्टूटी में 9 प्रतिशत की कमी अब तक की सबसे बड़ी इंपोर्ट ड्यूटी कटौती थी और 2013 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि इंपोर्ट ड्यूटी दस प्रतिशत से नीचे आ गई.
सोने का बढ़ा इंपोर्ट-
सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी में कमी के बाद अगस्त 2024 में सोने का इंपोर्ट 104 फीसदी बढ़कर 10.06 अरब डॉलर पहुंच गया. हालांकि, रत्न और ज्वेलरी के एक्सपोर्ट में उम्मीद के मुताबिक वृद्धि नहीं हुई और इसमें 23 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बाजार में असमानता बनी हुई है.
सोना पर इंपोर्ट ड्यूटी कैसे लगती है?
केंद्र सरकार इंपोर्ट ड्यूटी (Central government import duty) तय करती है और इसे समय-समय पर संशोधित करती है. इस प्रोसेस को सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (Central Board of Indirect Taxes and Customs) के माध्यम से किया जाता है. जब सोना भारत में अन्य देशों से खरीदकर लाया जाता जाता है, तो खरीदने वाले को कस्टम ड्यूटी चुकानी पड़ती है.