Gold Price Hike : सोने के दाम इस साल ही नहीं पिछले 4 साल से लगातार पॉजिटिव रिटर्न दे रहे हैं। सोने की कीमतों में निरंतर बढ़ोतरी जारी है। पिछले 28 महीने में तो सोना दोगुना बढ़ चुका है। सोने के दाम बढ़ने के पीछे वैश्विक स्तर पर बढ़ती अनिश्चित और आर्थिक अस्थिरता व वैश्विक राजनीतिक तनाव है। यह सोने को नई ऊंचाइयों पर लेकर चला गया है। हालांकि कुछ दिन से सोने के दाम ठंडे पड़े हैं, लेकिन फिर भी बहुत ज्यादा है। हाल ही में रिपोर्ट आ गई है कि 2026 तक सोने के दाम कितने हो जाएंगे।
सोने के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अक्टूबर 2022 से लेकर अब तक सोने के दाम दोगुने हो चुके हैं। सोने के दामों की तेजी 2025 में और भी ज्यादा दिखाई दी है। वहीं, 2026 तक सोने के दाम 20% और बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। इससे 10 ग्राम गोल्ड की कीमत काफी हाई पर चली जाएगी।
कहां से कहां पहुंच गए सोने के दाम
28 महीने के अंदर सोने की कीमत 1630 डॉलर प्रति औंस से बढ़कर 3260 प्रति औंस जा चुके हैं। इस साल सोने के दाम करीब 3500 डॉलर प्रति औंस के पास भी पहुंच गए थे, लेकिन उसके बाद कुछ नरमी देखने को मिली। 2025 की शुरुआत से ही सोना दमदार तरीके से आगे बढ़ रहा है।
सोने ने दिया तगड़ा रिटर्न
गोल्ड ने रिटर्न के मामले में बाकी धातुओं को पीछे छोड़ दिया है। बाजारों में भी इतना रिटर्न नहीं मिला है, जितना 2025 में गोल्ड ने रिटर्न दिया है। गोल्ड की रिटर्न के मामले में बात करें तो करीब 34% का रिटर्न दे चुका है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में अब कुछ दिन पहले सोने के दाम गिर कर दो प्रतिशत कम भी हो गए हैं। वहीं भारतीय सर्राफा बाजार में देखे तो कीमत 4% गिरी है।
क्या है सोने के दाम बढ़ने का कारण
गोल्ड रेट लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे बजारों की अनिश्चित और आर्थिक अस्थिरता व वैश्विक राजनीति में तनाव माना जा रहा है। पहले रूस यूक्रेन युद्ध हुआ, फिर अमेरिका की ओर से रिसिप्रोकल टैक्स का फैसला लिया गया, वहीं अमेरिका की बिगड़ती अर्थव्यवस्था भी सोने के दाम बढ़ा (Gold Rate Hike) रही है।
हाल ही में ईरान इजरायल युद्ध भी सोने की मांग को बढ़ाता दिखा। दूसरी ओर केंद्रीय बैंकों की ओर से भी सोना लगातार खरीदा जा रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार 12 महीने में ही 43% केंद्रीय बैंक अपने गोल्ड हॉल्ड को बढ़ा रहे हैं।
अस्थाई है हालिया गिरावट
हाल के दिनों में सोने के दामों में गिरावट देखने को मिल रही है। इसके बाद लोग उम्मीद लगा रहे हैं कि सोना आगे चलकर और ज्यादा सस्ता होगा। परंतु, हाल ही में एक रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में आई गिरावट अस्थाई है।
यह सोने को रिवर्स गियर में नहीं लेकर जाएगी। लोग मुनाफा वसूली के दौर में सोने (Gold Rate Hike) को बेच रहे हैं। जिससे अल्पकालीन सोने में कमजोरी आई। वही सिटीबैंक के अनुसार आगे भी गिरावट देखी जा सकती है।
खरीदारी का हो सकता है अवसर, इतने बढ़ जाएंगे दाम
गोल्ड में अभी खरीदारी का अवसर माना जा रहा है। बैंक ऑफ अमेरिका की ओर से अनुमान लगाया गया है कि 2026 तक सोने की कीमत $4000 प्रति औंस हो जाएगी। यह मौजूदा स्तर से 20% बढ़ जाएगी।
भारतीय मुद्रा के हिसाब से देखे तो 28 ग्राम के करीब सोने के लिए 344550 खर्च करने पड़ेंगे। यानी की 10 ग्राम सोने की कीमत (Gold Rate Hike) 122000 से ऊपर चली जाएगी।
क्यों बढ़ जाएगी सोने की कीमत
बैंक ऑफ अमेरिका का मानना है कि अमेरिका में वित्तीय नीतियां खासकर ट्रंप का बिग एंड ब्यूटीफुल बिल डॉलर पर दबाव बना सकता है। इससे सोने के दाम और ज्यादा बढ़ सकते हैं। वहीं कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सोना पहले ही बहुत ऊंचाई पर है तो इसमें आगे गिरावट आ सकती है। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में 5 से 10% सोना (Gold Rate Hike) रखना चाहिए।
यह कारक भी करेंगे प्रभावित
अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने दिसंबर 2024 में ब्याज दरे 4.25% से 4.5% पर स्थिर कर दी थी। परंतु, अभी इसमें कटौती का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर सितंबर 2025 से कटौती होती है तो आने वाले दो-तीन साल में 200-300 बेसिक प्वाइंट तक गिरावट हो सकती है।
ऐसे में सोने के लिए एक बार फिर पॉजिटिव संकेत है। जब ब्याज दरें कम होती है तो डॉलर कमजोर होता है और निवेशक अच्छे रिटर्न की उम्मीद से सोने की ओर बढ़ जाते हैं। इससे सोने की कीमत भी बढ़ जाती है।
इस साल में अमेरिका डॉलर इंडेक्स 10% अधिक गिर चुका है यह 100 के नीचे बना हुआ है डॉलर कमजोर होना अमेरिका की अर्थव्यवस्था का कमजोर होता रुख दिख रहा है। जब अमेरिका अर्थव्यवस्था कमजोर होगी तो सोने के दाम (Gold Rate Hike) बढ़ सकते हैं। क्योंकि लोग सोने को सुरक्षित विकल्प मानकर इसमें निवेश करते हैं। ( 4 july gold price )