Gold Price : सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के बाद अब गिरावट का दौर शुरू हो गया है। 22 अप्रैल को सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के हाई स्तर पर पहुंचा था। इसके बाद से सोने में गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन अब गोल्ड निवेशकों और साना खरीदारों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आने वाले दिनों में सोना कितना सस्ता होगा। आईये जानते हैं –
साल 2025 के शुरूआत से ही सोने के दाम रॉकेट की स्पीड से दौड़ रहे हैं। लेकिन अप्रैल महीने के बाद से इसमें गिरावट का दौर जारी है। अब पिछले तीन दिन से लगातार सोना सस्ता (Gold Price) हो रहा है। आज यानी 10 जून को देश और विदेश दोनों में सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.6 फीसदी गिरकर 3,307.72 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है। US गोल्ड फ्यूचर्स 0.8 फीसदी सस्ता होकर 3,327.50 डॉलर प्रति औंस पर आ गया था।
वहीं, इंडिया में कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में सोने (MCX Gold Rate) की बात करें तो यहां भी फ्यूचर्स गोल्ड में बड़ी गिरावट आई है। 11:45 बजे गोल्ड फ्यूचर्स 455 रुपये यानी 0.47 फीसदी सस्ता होकर 96,718 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चला गया था।
एक्सपर्ट ने बताया कि कितना महंगा होगा सोना –
एक्सपर्ट्स ने जानकारी देते हुए बताया है कि अमेरिका और चीन के बीच काफी दिनों से चल रही ट्रेड वॉर (trade war) अब रूक चुकी है और इसपर लंदन में बातचीत चल रही है। सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि पहले दिन की बातचीत अच्छी रही है।
इससे डॉलर इंडेक्स में मजबूती आई है। यह 0.3 फीसदी तक महंगा हुआ है। डॉलर के मजबूत होने से दूसरी करेंसी में सोना खरीदना महंगा हो जाता है। इसका सीधा असर सोने के भाव (sone Ka Bhav) पर पड़ता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि अमेरिका और चीन के चल रही बातचीत रही रहती है और ट्रैरिफ पर सभी बातें क्लियर हो जाती हैं तो आने वाले दिनों में सोना सस्ता हो सकता है।
नए रिकॉर्ड पर पहुंचे सोने के रेट-
सोने की कीमतों पर अमेरिका-चीन (Gold price in Chaina) की बातचीत के नतीजों का प्रभाव देखने को मिलेगा। अगर दोनों देशों में डील हो जाती है तो सोने पर गिरावट का दबाव भी बढ़ सकता है। ऐसे में कीमते 3300 डॉलर से नीचे फिसल सकती हैं। अप्रैल में सोने ने ऊंचाई (Gold price hike) का नया रिकॉर्ड बना दिया था।
तब कीमतें 3500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई थी। इंडिया बुलियन एंड ज्लैवर्स एसोसिएशन के एक्सपर्ट्स ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय बैंकों की गोल्ड की लगातार खरीदारी के बावजूद इसकी कीमतों में गिरावट (Gold price fall) देखी जा रही है। अब नजरें अमेरिका-चीन की बातचीत और अमेरिका में इनफ्लेशन के डेटा पर टिकी हुई हैं। (11 june gold price )
सोने की कीमतों में देखी जा सकती है शॉर्ट टर्म गिरावट-
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने की कीमतों (Sone ki kemat) में शॉर्ट टर्म गिरावट देखी जा सकती है। इस हिसाब से सोने के भाव 3300 डॉलर के नीचे जा सकते है। इनवेस्टर्स को अमेरिका-चीन की बातचीत के नतीजों और अमेरिका में रिटेल इनफ्लेशन (Gold price in America) के डेटा पर नजर रखने की काफी ज्यादा जरूरत है। पिछले 1-2 सालों में सोने का रिटर्न शानदार रहा है। इसने दूसरे एसेट क्लास से ज्यादा रिटर्न दे दिया है। इस साल यानी 2025 में अब तक गोल्ड का प्रदर्शन अच्छा रहा है।