Gold Rate :सोने के दामों में निरंतर उतार चढ़ाव जारी है। सोना लगातार बढ़त के बाद फिर से गिर गया है। सोने के दामों में बढ़ौतरी ने लोगों को हैरान कर रखा है। वहीं, बीच बीच में आ रही गिरावट भी लोगों को झटका दे रही हैं। अब सोने के दामों (Gold Rate) को लेकर बहस चल रही हैं कि आगे सोने के दाम कम होंगे या ज्यादा। आइए जानते हैं क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स-
सोने के दामों को कईं कारक प्रभावित कर रहे हैं। सोना लगातार बढ़त के बाद बीच बीच में गिर रहा है। सोने के घटते बढ़ते भावों ने लोगों की हार्टबीट ऊपर नीचे कर रखी है। सोने में यह बदलाव लोगों को काफी प्रभावित कर रहा है।
सोने की मांग बढ़ी
दिल्ली के सराफा बाजार में सोने के दाम बढ़े हैं। सोना गुरुवार को 200 रुपये महंगा हुआ तो सोने के दाम 99,400 रुपये तोला के आसपास घुमने लगे।
वहीं, चांदी की कीमतों में बढ़ौतरी होकर 99,900 रुपये प्रति किलो पर पहुंच चुकी है। सोने की (Gold Rate) मांग बढ़ने के पीछे अमेरिकी वित्त मंत्री और राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों को माना जा रहा है।
बुधवार को टूटे दाम
जहां महंगलवार को सोना एक लाख की ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया था, वहीं, बुधवार को सोना ऐतिहासिक ऊंचाई से 2,400 रुपये गिर गया। यह 99,200 रुपये तोला पर आ गया। यूएसए के वित्त मंत्री व राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों ने सोने की मांग बढ़ा दी।
सोने को लेकर उठ रहे सवाल
सोने की कीमतों में ऐेसे उतार चढ़ावों से निवेशक चिंतित भी हो रहे हैं। सवाल आ रहा है कि 2025 में सोने के दाम क्या होंगे, सोने के दाम कम होंगे या ज्यादा? आइए जानते हैं बड़े वित्तीय संस्थानों ने सोने (Gold Rate) के बारे में क्या राय दी है।
गोल्डमैन का कितना है अनुमान
गोल्डमैन के अनुसार 2025 में सोने की कीमत का टारगेट 2,900 डॉलर प्रति औंस था, जिससे सोना पार होकर रिकॉर्ड बना चुका है। अब सोने के दामों (Gold Rate) को लेकर 3700 डॉलर प्रति औंस का अनुमान लगाया जा रहा है।
वहीं, सिटी की ओर से भी अगले छह महीनों का अनुमान आया है। उनके अनुसार सोने की कीमत 3,000 डॉलर तक पहुंच सकती है। यह कीमत तो अभी से पहुंच चुकी हैं। ऐसे में अब सोने के दाम कीतने होंगे, क्या 6 महीने में गिरकर 3000 डॉलर प्रति औंस पर आ जाएंगे, यह सवाल बनता है।
ऐतिहासिक बढ़ौतरी का भी अनुमान
सोने के दामों को लेकर जेपी मॉर्गेन ने भी अनुमान लगाया है। उनके अनुमान में सबसे ज्यादा बढ़ौतरी होगी। उनके अनुसार 2026 के मिड तक सोना (Gold Rate) 4,000 डॉलर औंस को पार कर जाएगा। आर्थिक मंदी का डर सता रहा है और सोना बढ़ रहा है।
क्वाइन कॉडेक्स का यह है अनुमान
सोने के दामों को लेकर CoinCodex का भी अनुमान सामने आया है। दिसंबर 2025 तक सोने की कीमत 4,147.95 डॉलर तक पहुंच सकती है। उनका अनुमान है कि 2025 में सोने की औसत कीमत (Gold Rate) 3,569.97 डॉलर रहेगी।
विशेषज्ञों के अनुमान में ठोस तर्क
सोने के अनुमानों को लेकर दिए गए वित्तीय संस्थानों के तर्क हवा में नहीं हैं। सोने के दाम बढ़ने के पीछे कुछ प्रमुख कारण भी हैं। इसमें ब्याज दरें, भू-राजनीतिक जोखिम और सेंट्रल बैंकों की ओर से सोने की भारी खरीदारी आदि शामिल हैं।
अमेरिका चीन में सुधरेगी स्थिति
सोने और चांदी की कीमतों को लेकर अंतरराष्ट्रीय कारण प्रमुख हैं। अमेरिका के वित्तमंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर जो खींचतान चल रही है, वह कुछ समय तक जारी रह सकती है। चीन पर टैरिफ में सुधार हो सकता है।
सोने को लेकर क्या कहते हैं जानकार
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और बेसेंट के बयानों से सोने की मांग बढ़ी है। लोगों ने सोने को सुरक्षित निवेश माना है। बाजार में अनिश्चितता होने पर लोग सोना खरीदते हैं। ट्रंप प्रशासन के लहजे में तेज बदलाव के बाद आया नया उछाल दर्शाता है कि चीन के साथ कोई ठोस व्यापार वार्ता शुरू होने से पहले शुल्क अभी भी बातचीत का केंद्रीय हिस्सा बना रह सकता है। ट्रंप का चीन के साथ सख्त रवैया है।
सोने के दामों में बढ़त या कमी
सोने के दामों में बढ़ौतरी या कमी अभी भी अंतरराष्ट्रीय कारकों पर निर्भर कर रही हैं। सोने के दाम इंटरनेशनल मार्केट के लिहाज से चलते हैं। अगर अभी चल रही ट्रेड वॉर की स्थिति सामान्य होती है तो सोने (Gold Rate) की चमक फिकी होगी, अगर हालात यहीं रहे तो सोने के दाम बढ़ते ही जाएंगे।