Gold Price : सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से तेजी देखने को मिल रही है। आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में ये उछाल जारी रहने वाला है। उम्मीद लगाई जा रही है कि 2026 के अंत तक सोने की कीमत (Gold Price in india) में बंपर तेजी देखने को मिल सकती है। सोने की कीमतों में रिकार्ड तोड़ उछाल देखा जाने वाला है। आइए विस्तार से जानते हैं सोने की ताजा कीमतों के बारे में पूरी जानकारी।
रॉकेट की स्पीड से दौड़ रही सोने की कीमतों ने लोगों की आंखों से आंसू निकाल दिये हैं। आए दिन सोने की कीमत नए रिकार्ड कायम करते जा रहा है। सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से तेजी देखी जा रही है। आने वाले दिनों में सोने के रेट (Today gold rate) में बंपर तेजी देखने को मिल सकती है। आने वाले दिनों में सोने के रेट लाखों में हो सकते हैं। सोने की कीमतों में तेजी आने की कई वजह बताई जा रही है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से सोने की ताजा कीमतों के बारे में बताने जा रहे हैं। खबर में जानिये इस बारे में पूरी डिटेल।
2026 में ये होंगे सोने के भाव-
सोने की कीमतों में पिछले काफी समय से रिकार्डतोड़ तेजी देखने को मिल रही है। उम्मीद लगाई जा रही है कि सोने की कीमतों (Sone ki kemat) में आने वाले समय में भी ये तेजी यूहीं बरकारार रहने वाली है। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2025 के अंत तक सोने की कीमत लगभग 1,25,000 के पार हो सकती है। सोने की कीमतों में बढ़ौतरी की एक्सपर्ट्स ने कई ठौस वजह भी बताई हैं। इनमें से एक कारण अमेरिका, (Gold price in America) चीन, जापान जैसे कई बड़े देशो के बीच हो रहे टैरिफ वार को बताया जा रहा है।
टैरिफ पॉलिसी की वजह से बाजार में दिखी घबराहट-
ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी की वजह से बाजार में घबराहट देखने को मिल रही है। रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) पर 90 दिनों के पॉज होने के बावजूद अभी टैरिफ टसल चालू है। इसके अलावा US में सेमीकंडक्टर और फार्मा इंपोर्ट की जांच की वजह से भी सोनक के रेट बढ़ रहे हैं। सोने (Gold price today) की सुरक्षित मांग में बड़ी तेजी देखने को मिल रही है। डॉलर और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में कमजोरी की वजह से भी सोने में निवेश के अंदर इजाफा देखा जा रहा है।
बढ़ती महंगाई के साथ बढ़े सोने के दाम-
डॉलर इंडेक्स में लगभग 3 साल के निचले स्तर पर जा पहुंचा है। इसकी वजह से सोने (sone ki kemat) को सपोर्ट मिल रहा है। सेंट्रल बैंक की सोने में खरीदारी बढ़ी है। दुनियाभर के सेंट्रल बैंक सोने का अपना रिजर्व बढ़ा रहे हैं। अमेरिका में महंगाई बढ़ने का भी डर बना हुआ है।
टैरिफ वॉर (Tariff war) से अमेरिका के लिए आने वाले वक्त में महंगाई बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। न्यूयॉर्क मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स 8 प्रतिशत तक बढ़ गया है।
चीन में गोल्ड ETF ने पकड़ी नई ऊंचाई-
ट्रेड वॉर के डर से चीन में सोने (Gold buying tips) की खरीदारी बढ़ रही है। अमेरिका के टैरिफ एक्शन से चीन पर ही सबसे ज्यादा असर पड़ने की उम्मीद है। इस वजह में वहां सोने में खरीदारी बढ़ी रही है। चीन में गोल्ड ETF में निवेश रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। लोग गोल्ड ETF (Gold ETF kya h) में पैसा लगा रहे हैं। अमेरिका में इस साल 1 प्रतिशत दरें घटने की संभावना है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत-
सोना 2025 के अंत तक सोने की कीमत 3,700 डॉलर (Gold price in Dollar) प्रति औंस तक जा सकतती है। बेहद खराब स्थिति में भाव 4,500 तक भी जा सकता है। ब्रोकरेज का मानना है कि घरेलू बाजार में सोने के रेट 1.25 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं।
वहीं, ब्रोकरेज फर्म UBS ने इस साल 3,500 डॉलर प्रति औंस (One Ounce gold price) तक का लक्ष्य रखा है। इनका मानना है कि सोने की बढ़ती डिमांड से कीमतों को सहारा मिलने वाला है। बैंक ऑफ अमेरिका ने 2026 तक के लिए सोने की कीमत 3,350 डॉलर के लक्ष्य को तय किया जाता है।
आने वाले सालों में सोना देगा इतना रिटर्न-
अगर गोल्ड की तेजी को देखें तो इसमें बंपर रिटर्न (Return on Gold) मिला है। बीते 7 दिनों में 6 पर्सेंट, 1 महीने में 8 पर्सेंट, 3 महीने में 20 पर्सेंट, इस साल अभी तक 22 पर्सेंट, 1 साल में 30 पर्सेंट और 3 साल में 78 पर्सेंट का रिटर्न दिया है।
सोने की बढ़ी मांग-
टैरिफ वॉर के बीच सोने की डिमांड जबरदस्त तरीके से बढ़ी है। गोल्ड ETF (Gold ETF investment) के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी डिमांड है। यूरोप में पहली तिमाही में $4.6 बिलियन का निवेश हुआ है। 2020 के बाद यूरोप में सबसे ज्यादा निवेश देखा गया है। पिछले महीने 92 टन गोल्ड की ETF (ETF investment) के जरिए खरीदारी हुई। उत्तरी अमेरिका में गोल्ड ETF की होल्डिंग में 67 टन की बढ़ोतरी हुई है। स्विटजरलैंड, जर्मनी में भी सोने की मांग बढ़ी है। चीन में एक ही हफ्ते में गोल्ड ETF में 7.6 अरब युआन का निवेश हुआ है।