Gold Rate :सोने के दाम निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। इस साल अब तक सोने के दाम 23% तक बढ़ चुके हैं। सोने के दामों में इतनी बढ़ोतरी होने के अनेक कारण हैं। कुछ दिन सोना (Gold Rate) सस्ता हुआ, लेकिन फिर से नए कीर्तिमान स्थापित करने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में अब एक बड़ी रिपोर्ट आई है, जिसमें सोने के दाम 1,38,000 तक जाने का अनुमान लगाया गया है। आईए जानते हैं किन कारणों से सोने की कीमत इतनी बढ़ सकती है।
सोने के दाम बेहिसाब बढ़ते जा रहे हैं। इस साल की शुरुआत से ही सोने के दाम उछाल पर हैं। पिछले साल के अंत में सोने (Gold Rate) के दामों में बढ़ोतरी शुरु हुई थी, जो इस साल की शुरुआत से बरकरार है।
कुछ दिन दाम घटने के बाद फिर से सोना पूरी स्पीड से चल रहा है। ऐसे में सोने के दाम जल्द ही 1 लाख 38000 तक पहुंच जाएंगे। इसको लेकर विशेषज्ञ ने भविष्यवाणी भी कर दी है। आईए जानते हैं सोने (Gold Rate) के दामों को लेकर क्या प्रेडिक्शन की गई है और सोने की कीमत बढ़ने के पीछे क्या कारण रहेंगे।
टैरिफ ने बढ़ाई अस्थिरता
सोने के दामों में अस्थिरता बढ़ती जा रही है। सोने के दाम ग्लोबल मार्केट में आए भूचाल के चलते सातवें आसमान पर चल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ द्वारा अनुमान लगाया जा रहा था कि इस साल के आखिर तक सोना 3200 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचेगा, लेकिन साल के चौथे महीने में ही इस आंकड़े को सोना पार कर चुका है। ऐसे में अब सोने की कीमतों के नए अनुमान सामने आए हैं।
घरेलू बाजार में एमसीएक्स पर सोने (Gold Rate) की कीमत 94 हजार रुपये प्रति तोला चल रही है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ गोल्डमैन की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें सोने की कीमतों को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 4500 डॉलर प्रति औंस है तो वहीं, घरेलू बाजार में सोना 1,38,000 को क्रॉस कर सकता है।
सोने में 38 से 40% की बढ़ोतरी संभव
इस साल सोने के दाम 23% तक बढ़ चुके हैं और वहीं, अब संभावना जताई जा रही है कि आगे सोने के दाम 30 से 40% तक और बढ़ेंगे। इतनी बढ़ोतरी से सोना आम लोगों की पहुंच से बहुत दूर हो जाएगा। ऐसे में जिन्होंने सोने में निवेश किया है उनकी बल्ले-बल्ले हो जाएगी।
क्यों बढ़ेंगे सोने के दाम
विदेशी निवासी बैंक गोल्डमैन के अनुसार अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध और तेज हो रहा है। वहीं, मार्केट में आर्थिक मंदी की आशंका जताई जा रही है। इसके चलते इन्वेस्टर का अब जोखिम लेने का बिल्कुल मन नहीं है।
ऐसे में इन्वेस्टर सुरक्षित निवेश के चलते सोने (Gold Rate) को सेफ मान रहे हैं। इस वजह से सोने में निवेश किया जा रहा है। उनके अनुसार इस साल के अंत तक सोना 4500 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति सामान्य रही तो भी सोने के दाम 3700 डॉलर पर तो पहुंच ही जाएंगे।
तीसरी बार बढ़ाया जा चुका टारगेट
गोल्डमैन की ओर से पहले इस साल के अंत तक 3300 पर सोना (Gold Rate) जाने का अनुमान लगाया जा रहा था, लेकिन लगातार बढ़ती अनिश्चित के चलते सोने के दाम को लेकर अनुमान भी बदलते जा रहे हैं। अब यह 4500 पर चला गया है।
एक वीक में सोना 6.5% बड़ा
पिछले एक सप्ताह में सोने (Gold Rate) के दाम 6.5% बढ़ चुके हैं। कोरोना महामारी के बाद एक सप्ताह में यह सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। इसकी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को माना जा रहा है।
केंद्रीय बैंक में सोने की मांग बढ़ी
केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की डिमांड एक बार फिर से बढ़ने लगी है। इस साल में केंद्रीय बैंक सोने का काफी भंडारण कर चुके हैं। निवेशकों को सोने ने अपनी ओर आकर्षित किया है। जिसकी वजह से लोग सोने (Gold Rate) में इन्वेस्ट कर रहे हैं। सोनी को अच्छा रिटर्न देने वाले के साथ-साथ सुरक्षित निवेश भी माना जा रहा है।
138000 प्रति 10 ग्राम होंगे दाम
अगर गोल्डमैन की रिपोर्ट को देखें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में 4500 डॉलर पर सोना (Gold Rate) पहुंच जाएगा। अगर ऐसा होता है तो इस साल के अंत तक देश में प्रति 10 ग्राम के दाम 1,38,000 होंगे। यह दाम आज की डॉलर की कीमत के हिसाब से हैं। भविष्य में डॉलर की कीमत अगर और बड़ी तो यह दाम और भी ज्यादा होंगे। अगर 28 ग्राम सोना 4500 डॉलर का है तो 10 ग्राम सोना 1,38,000 से भी ज्यादा महंगा होगा।