Gold Rate : सोने ने इस साल बढ़ोतरी का रिकॉर्ड बनाने के बाद अब गिरावट का रिकॉर्ड भी बना दिया है। सोने में 12 साल में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। अंतरराष्ट्रीय बाजार (international Gold Market) में भी सोने चांदी में तगड़ी गिरावट देखने को मिली है। सोने में आई गिरावट ने निवेशकों को तो परेशान कर दिया है।
इस साल की शुरुआत में सोने के दाम बढ़ने शुरू हो गए थे। बढ़ते बढ़ते सोना इस स्तर पर चला गया कि आम आदमी की पहुंच से सोना दूर हो गया। आम लोगों के लिए सोना (Gold Buying Tips) खरीदना एक सपना बनता जा रहा है। इसी बीच अब सोने में एक तगड़ी गिरावट आई है, जिसने आम लोगों को राहत दी है।
भारत में भी दिखेगा असर
सोने में फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तगड़ी गिरावट देखने को मिलेगी। इसका असर भारतीय बाजार (Indian Gold Market) में भी दिखेगा। विदेशी बाजारों में तेज गिरावट का असर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX Gold) के ऊपर दिखाई देगा।
अगर विदेशी बाजार नहीं संभलते हैं तो सोने और चांदी की गिरावट आगे भी जारी रह सकती है। ट्रंप की ओर से चीन के साथ टैरिफ विवाद सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके बाद लोगों ने सोने में से मुनाफा वसूलना शुरू कर दिया है, जिससे सोने की कीमत गिर रही है।
सोने चांदी के गिरने का कारण
सोना और चांदी की कीमत (Gold Silver Price) में गिरावट का कारण भी सामने आया है। चीन और अमेरिका के बीच सकारात्मक व्यापार वार्ता चल रही है। दूसरी ओर से मजबूत डॉलर की स्थिति देखने को मिली है। अमेरिकी सरकार की पॉजिशन डाउन होने और भारत में त्योहारी सीजन खत्म होने के कारण निवेशक सोने को बेच रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कितने रुपये सोने की कीमत
सोना और चांदी अंतरराष्ट्रीय (Gold Latest Update) बाजार में तेजी के साथ गिरे हैं। सोने का फ्यूचर प्राइस 6.3% गिरकर 4082.03 डॉलर प्रति औंस पर आ गया है। इसी प्रकार चांदी की कीमतों में 8.7% की गिरावट दर्ज की गई है और यह 47.89 प्रतिशत गिर गई है। सोना 0.87 प्रतिशत की तेजी के साथ 4143 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है।
12 साल में सबसे बड़ी गिरावट
सोने में यह 12 साल की सबसे बड़ी गिरावट (Gold Latest Rate) है। इससे पहले सोना इतने प्रतिशत कभी नहीं गिरा। चांदी में भी 2021 के बाद की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। लगातार चल रही तेजी के बाद से इतनी बड़ी गिरावट ने बहुत लोगों को परेशान भी कर दिया है। अचानक से सोने में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
सोने को लेकर बार्कलेज का मानना है कि हाल ही में व्यापार और कर्ज संबंधी चिंताओं के बावजूद वैश्विक हेज फंड और लंबी अवधि के निवेशकों की शेयर होल्डिंग एक साल से भी अधिक के उच्च स्तर पर है। पाइपर सैंडलर के विश्लेषक क्रेग जॉनसन ने कहा, “हमें आने वाले कुछ हफ्तों में शेयर बाजार में कुछ ठहराव या गिरावट देखने को मिल सकती है, जिसे हम स्वस्थ और आवश्यक मानते हैं।
