Gold Rate : सोना-चांदी के दामों में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। ग्लोबल मार्केट में गोल्ड $4,000 के नीचे आ गया। चांदी के दाम 4.50% से ज्यादा टूट गए। ऐसे में चलिए आइए नीचे खबर में जान लेते है कि आखिर सोना-चांदी के दाम किस वजह से क्रैश हुए हैं-
सोमवार को वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें $4,000 प्रति औंस से नीचे गिर गईं। इसका मुख्य कारण अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में कमी के संकेत हैं, जिससे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग घट गई। निवेशकों की निगाहें अब इस सप्ताह आने वाले फेडरल रिजर्व के ब्याज दर के फैसले पर टिकी हैं। (today gold price)
गोल्ड प्राइस में भारी गिरावट-
स्पॉट गोल्ड सोमवार को शाम 9.12 बजे तक 3.20% की गिरावट के साथ $3,980 प्रति औंस तक आ गया था। दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 3.45% गिरकर $3,995 प्रति औंस पर रहे।
CPM ग्रुप के मैनेजिंग पार्टनर जेफ्री क्रिश्चियन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि तकनीकी बिकवाली के साथ-साथ व्यापार तनाव में कमी ने भी कीमतों पर दबाव डाला है। अक्टूबर के पहले तीन हफ्तों में सोने की कीमतें $3,800 से बढ़कर $4,400 तक पहुंची थीं।
चांदी की कीमतें भी क्रैश-
अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में चांदी की स्पॉट प्राइस (spot price of silver) में भारी गिरावट आई है। यह $46.29 प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी, जो 4.61% की बड़ी गिरावट है। पिछले दिनों भारी मांग के कारण चांदी का भाव $54 डॉलर के ऐतिहासिक उच्च स्तर तक पहुंच गया था। वर्तमान में, चांदी अपनी उच्चतम कीमत से 14.3% नीचे आ चुकी है। यह गिरावट निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव दर्शाती है।
किस वजह से गिरे दाम-
गोल्ड ने 20 अक्टूबर को $4,381.21 प्रति औंस का ऑल-टाइम हाई बनाया था। लेकिन, पिछले हफ्ते यह 3.2% फिसला है। यह गिरावट तब आई, जब अमेरिका और चीन के बीच सुलह के संकेत मिले।
रविवार को दोनों देशों के वार्ताकारों ने एक शुरुआती समझौते का ढांचा तय किया। इसके तहत अमेरिका के ऊंचे टैरिफ और चीन के ‘रेयर अर्थ’ एक्सपोर्ट कंट्रोल को अस्थायी रूप से रोका जा सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस समझौते पर और चर्चा के लिए गुरुवार को मिलने वाले हैं।
साथ ही, बाजार में उम्मीद है कि फेडरल रिजर्व बुधवार को ब्याज दरों में 0.25% की कटौती कर सकता है। चूंकि गोल्ड एक नॉन-यील्डिंग एसेट है, इसलिए यह आमतौर पर कम ब्याज दर के माहौल में बेहतर प्रदर्शन करता है। लेकिन, उससे पहले निवेशकों का नजर मुनाफावसूली पर है।
आगे कैसे रहेगी गोल्ड की चाल-
ज्यादातर विश्लेषक मानते हैं कि सोने की कीमतें आगे बढ़ेंगी, कुछ तो इसे $5,000 प्रति औंस तक जाते हुए देख रहे हैं। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह हालिया उछाल टिकाऊ नहीं है। उदाहरण के लिए, कैपिटल इकोनॉमिक्स ने अपना अनुमान घटाकर कहा है कि 2026 के अंत तक सोने की कीमत $3,500 प्रति औंस तक गिर सकती है, जो मौजूदा स्तर से 12.06% की गिरावट है।
भारत में सोने-चांदी का रेट-
भारत में गोल्ड का रेट सोमवार को 2.35% गिरावट के साथ MCX पर 1,20,580 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया है। वहीं, चांदी का भाव 3.15% की गिरावट के साथ 1,42,823 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया है। यह रेट सोमवार रात 9.30 बजे तक का है।
अगर कैपिटल इकोनॉमिक्स (capital economics) के अनुमान के मुताबिक सोने का भाव 12% तक गिरता है, तो भारत में कीमतों में बड़ी गिरावट आ सकती है। उस स्थिति में सोना 1.06 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है।
