Gold todoy price : सोने की कीमतों में लगातार बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। इस समय सोना अपने ऑल टाइट हाई पर चल रहा है। ऐसे में गोल्ड निवेशकों को शानदार रिटर्न मिला है। एक्टसपर्ट का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने में तगड़ा उछाल आ सकता है। आईये नीचे खबर में जानते हैं जुलाई तक सोने का भाव कहां पहुंच जाएगा।
भारत में त्यौहार, शादी और किसी खास अवसर पर सोने के आभूषण (gold jewellery) खरीदना शुभ माना जाता है। जब भी त्यौहारों और शादियों का सीजन आता है सोने की डिमांड तेजी से बढ़ती है और इसके भाव सातवें आसमान पर पहुंच जाते हैं। इस समय देश में लग्न का सीजन चल रहा है और सोने के भाव (gold price) में भी लगातार बढ़ौतरी देखने को मिल रही है।
आज MCX पर सोने का भाव 85600 रुपये प्रति 10 ग्राम के उपर कारोबार कर रहा है। COMEX पर सोने की कीमत $2964 से उपर रही है। कल COMEX पर सोने का दाम $2973 के पार ट्रेड कर रहा था। वहीं, US में सोने का स्पॉट भाव $2926 से पार निकला है। रिपोर्ट के अनुसार एक महीने में सोने की कीमतों (gold today rate) में 6 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
इस वजह से महंगा हुआ सोना –
दरअसल, सोने में तेजी को ट्रंप के टैरिफ वॉर से सपोर्ट मिला है। वहीं ग्लोबल अनसर्टिनिटी से कीमतों में तगड़ा उछाल आया है। केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीदारी कर रहे हैं। फेड को ट्रंप टैरिफ के कारण महंगाई बढ़ने का अनुमान है। फेड दरें में कटौती से पहले महंगाई घटने का इंतजार है।
गौरतलब है कि रॉकेट की स्पीड से दौड़ रहे सोने की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में 2 प्रतिशत की तेजी आई है जबकि 1 महीने में सोना 6 प्रतिशत उछला है। जनवरी 2025 से अब तक सोने (gold hike) में 12 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई है। बता दें कि सोने में तेजी का यह सिलसिला अभी रूका नहीं है। वहीं, 1 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो सोने ने 45 फीसदी का रिटर्न दिया है।
3000 डॉलर के पार जाएगा सोना –
ज्वैलर्स का कहना है कि इस साल जून से जुलाई तक बाजार में सोने की कीमतों (gold latest rate) में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। ग्लोबल अनसर्टेनिटी , जियो पॉलिटिकल तनाव के चलते सोने के भाव में उछाल आया है। एक्सपर्ट का मानना है कि सोने के दाम 3000 डॉलर प्रति औंस के पार जा सकते हैं।
ज्वैलर्स ने आगे कहा कि मार्केट की नजर ट्रंप (Trump) की नीतियों पर है। पिछले 2 से 3 महीने में सोने (sone ka bhva) में बड़ा मूव आया है। ट्रंप पॉलिसी का सोने की कीमतों पर असर देखने को मिल रहा है। अगर 2 से 3 महीनों में टैरिफ (tariff) नहीं घटता है और स्थिति सुधरती है तो पूर्वी देशों में सोना वापस आएगा। उन्होंने आगे कहा कि बैंक अपनी पोजीशन कवर कर रही हैं। बैकों को टैरिफ (tariff) घटने के बाद खामियाजा नहीं भरना पड़ेगा।
इंडियन मार्केट में ज्वेलरी की डिमांड थोड़ी कमजोर नजर आ रही है। सोने के दाम (sone ka bhav) अधिक होने के कारण डिमांड में कमजोरी देखने को मिल रही है। हालांकि इन्वेस्टमेंट डिमांड में मजबूती देखने को मिल रही है।
(नोट – आर्टिकल में लिखी गई बातें एक्सपर्ट के अपने निजी विचार हैं। Newsremind.com इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। गोल्ड खरीदने या निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)