Gold Rate : कई विशेषज्ञ सोने की बढ़ती कीमतों को ध्यान में रखकर आगामी दिनों में सोने की कीमत क्या रह सकती और इस साल सोने (Gold Price Prediction) की कीमतें चढ़ सकती हैं को लेकर अलग-अलग अनुमान लगा रह हैं। सभी एक्सपर्टस की सोने की कीमतों को लेकर अपनी अपनी धारणा है, जिसे ध्यान में रखकर वह अपनी-अपनी भविष्यवाणी कर रहे हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञ गोल्डमैन को इस साल सोने की कीमतों से कुछ खास उम्मीद है। इंवेस्टमेंट बैंक के गोल्डमैन ने 2025 के आखिर समय तक जो सोने (Gold Price Prediction) की कीमतें रह सकती हैं उनका अनुमान बताया है। इससे पहले भी वह दो बार अपना सोने की कीमतों को लेकर अनुमार जाहिर कर चुके हैं।
सोने के दाम ऐसे बढ़ेंगे
गोल्डमैन के ताजा अनुमान के अनुसार सोने की कीमत बढ़ाकर 3,700 डॉलर प्रति औंस तक रहेगी। इस साल के इन साढ़े तीन महीने में यह तीसरी बार है जब गोल्डमैन ने सोने (Gold Price Prediction) में बढ़ोतरी के अपने अनुमान को बढ़ाया है।
इससे पहले 2025 के पहले दिन यानि 1 जनवरी 2025 को सोनी की कीमत 2,623 डॉलर प्रति औंस था। वहीं, अगर साल के आखिरी समय तक सोना 3,700 डॉलर तक पहुंच जाता है तो सोने से 41 प्रतिशत का रिटर्न मिलेगा।
सोने से कितना रिटर्न होने का अनुमान
गोल्डमैन ने इस साल में तीसरी बार सोने (Gold Rate) की कीमतों को लेकर अनुमान लगाया है। उनके अनुसार सोने की कीमतों के आंकड़े काफी चौकानें वाले हैं। अगर बाजार के हालात ज्यादा गंभीर रहे, तो ऐसे में 2025 के अंत तक सोना के रेट 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो निवेशकों को लगभग 71.5 प्रतिशत तक का बेहतरीन रिटर्न मिलने की संभावना दिख रही है।
अब तक 22 प्रतिशत की हुई है बढ़त
2025 में अब तक की बात करें तो इस दौरान सोना 3,200 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है। इस साल के शुरू से लेकर अब तक यह 22 प्रतिशत तक की बढ़त है। मौजूदा समय में अपने देश के घरेलू बाजार में सोने (Gold Rate) के रेट 93,280 रुपये प्रति 10 ग्राम हैं।
फरवरी में 3100 डॉलर का था अनुमान
गोल्डमैन ने फरवरी में अंदाजा लगाया था कि साल 2025 के आखिर तक सोने के भाव 3,100 डॉलर तक (Gold Price) पहुंच सकते हैं। वहीं, फरवरी से पहले उनका सोने की कीमतों को लेकर यह अनुमान 2,890 डॉलर था।
यह सोचने वाली बात है कि गोल्डमैन और दूसरे विशेषज्ञ आखिर सोने को लेकर इतनी उम्मीद क्यों लगाए हुए हैं। इसके पीछे काफी अन्य कारण भी हैं। सबसे पहले वर्तमान में वैश्विक बाजार में चल रहा ट्रेड वार है। इस बीच अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ रही चिंता व अमेरिका और चीन के बीच जारी टैरिफ वार भी है। ऐसे में अगर मंदी भी आती है तो सोना एक बेहद सुरक्षित विकल्प माना जा रहा है।
सोने में तेजी बनी रहने के कारण
वर्तमान में जो आर्थिक पारिदृश्य बना हुआ है उसमें सोना सबसे मजूबत स्तर पर एक बेहतरीन दांव के रूप में सामने आ रहा है। वहीं, अगर आगामी समय में अमेरिका में मंदी आती भी है, तो सोने (Gold Price Prediction) की डिमांड और अधिक बढ़ सकती है। इसमें एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) और असल गोल्ड की खरीद एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा पूरे विश्च के केंद्रीय बैंकों की ओर से जारी सोने की खरीदारी से भी सोने की कीमतों में तेजी बनी रहने की संभावना है।
आर्थिक अनिश्चितता बनी आर्कषण की वजह
वर्तमान में दुनिया में ट्रेड वार चल रहा है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि जब दुनिया में स्थिति अनिश्चित होती है या कोई बड़ा आर्थिक खतरा होता है तो ऐसे में सोना (Gold Rate) सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। ऐसे दौर में सोना निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन जाता है और निवेश का बेहतरीन विकल्प बन जाता है। यही कारण है कि सोने की कीमतें तेजी से बढ़ने लग जाती हैं।
समय-समय पर आ सकती है गिरावट
कुछ विशेषज्ञों ने पहले ही अनुमान लगा रखा है कि साल 2025 में सोने की कीमत में जबरदस्त तेजी दर्ज की जाएगी। वहीं इसी बीच कुछ लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में बीच-बीच में सोना (Gold Rate) बेच भी सकते हैं। अगर यह सही साबित होता है तो सोने की कीमतों में समय-समय पर थोड़ी गिरावट भी आ सकती है।
किन कारणों से बढ़ सकती हैं कीमतें
अमेरिका का फेडरल बैंक इस साल अगर ब्याज दरों में कटौती करने का निर्णय लेता है तो इससे भी सोने की कीमतों में और तेजी आ सकती है। इसके अतिरिक्त अमेरिकी बॉन्ड (US Treasury) की भारी बिक्री भी सोने में तेजी का कारण बन सकती है। ऐसा माना जाता है कि बॉन्ड बिकते हैं और 10 साल की यील्ड बढ़ती है। ऐसे में संकेत तो यह मिलता है कि मौजूदा समय में अमेरिकी बॉन्ड भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ता है और सोने की कीमतों में तेजी आ जाती है।