Gold Rate : सोने के दाम लौटकर फिर से वहीं आने वाले हैं जो कुछ समय पहले थे। सोना खरीदने वालों के लिए यह काम की खबर है। सोना फिर से अपनी औकात पर लौट आएगा। सोने के दामों में 38 प्रतिशत की गिरावट आएगी। सोना इतना गिर जाएगा (Gold Rate) ये आपने सोचा भी नहीं होगा।
सोने के दामों में तगड़ी गिरावट आने वाली है। अब सोने का भाव उल्टे पैर भागेगा। सोने के दामों में ऐसी तगड़ी गिरावट आएगी जोकि आपने सोची भी नहीं होगी। सोने के दाम (Gold Rate) फिलहाल 90 हजार के आसपास चल रहे हैं। ऐसे में सोना इन दिनों अपने ऑल टाइम हाई पर चल रहा है।
38 प्रतिशत तक की आएगी गिरावट
देश के खुदरा बाजार में सोने की कीमत 91 हजार रुपये तोला के आसपास चल रही है। ऐसे में सोने की कीमतें 90 हजार को पार कर चुकी हैं। वहीं, अब एक अमेरिकी विश्लेषक फर्म का अनुमान है कि सोना 38 प्रतिशत तक गिर जाएगा।
आम आदमी की पहुंच से दूर हुआ सोना
वहीं, सोना इन दिनों आम आदमी की पहुंच से दूर हो रहा है। अगर सोने की कीमत 38 प्रतिशत तक गिरती है तो सोना (Gold Rate) फिर मिडिल क्लास की पहुंच में आ जाएगा। भारतीय बाजार में सोने का भाव 91000 रुपये तोला को पार कर चुका है। एक साल में सोना 35 से 40 प्रतिशत तक पहुंचा है।
38 प्रतिशत की आएगी गिरावट
सोने के दामों को लेकर अमेरिकी विश्लेषक फर्म मॉर्निंगस्टार ने दावा किया है कि सोने की कीमतें (Gold Rate) अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं। इससे निवेशकों को फायदा हो रहा है। वहीं, आम खरीदारों पर बोझ पड़ रहा है। वहीं, कुछ महीनों में सोना 38% से भी ज्यादा गिर सकता है। गहने खरीदने वालों को इससे तगड़ा लाभ होगा।
सोने के दामों में कीतनी आएगी कमी
फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3,100 डॉलर प्रति औंस से ऊपर है। वहीं, सोने में 38 प्रतिशत के करीब गिरावट आती है तो इसकी कीमत 55,000 रुपये तोला तक गिर जाएगी। जॉन मिल्स के अनुसार सोने की कीमतें ग्लोबल मार्केट में गिरकर 1,820 डॉलर प्रति औंस आ जाएंगी।
इस वजह से आ रही है गिरावट
सोने (Gold Rate down) की कीमतों में उछाल आर्थिक अनिश्चितता, महंगाई की चिंताओं और भू-राजनीतिक तनावों पर निर्भर कर रहा है। निवेशकों ने पहले सोने को सुरक्षित संपत्ति के रूप में चुना। वहीं अब इन्हीं कुछ कारणों से सोने के दाम गिरे भी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्यापार युद्ध का इस पर असर पड़ा है।
बढ़ गई सोने की सप्लाई
सोने की मांग बढ़ी तो सोने का उत्पादन काफी बढ़ गया है। 2024 में दूसरी तिमाही में सोने के खनन से होने वाला मुनाफा 950 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचा है। सोने (Gold Rate Down) का वैश्विक भंडार 2,16,265 टन हो गया है। यह भी 9% बढ़ा है। रिसाइकिल गोल्ड की सप्लाई भी बढ़ी है।
घट गई डिमांड
जहां दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की ओर से 1,045 टन सोना खरीदा गया था। अब यह खरीदारी धीमी हो गई है। वहीं, अगले साल के लिए ज्यादातर बैंक या तो भंडारण कम करने या फिर स्थिर रखने की योजना बना रहे हैं। ऐसे में सोने (Gold Rate Down)की डिमांड कम होने से सोने के दाम भी गिरेंगे।
कीमतें बढ़ने का भी दावा
जहां, सोने की कीमतों में गिरावट का अनुमान है, वहीं, इनके इतर कईं निवेशकों का दावा है कि सोने के दामों में बढ़ौतरी होगी। बोफा और सॉक्स जैसे प्रमुख वित्तीय संस्थानों का मानना है कि सोने (Gold Rate Hike) की कीमतों में तेजी बनी रहेगी। यह 3500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है।