Gold rate : रोजाना बढ़ रहे सोने के भाव को देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें बेलगाम हो जाएगी। वर्ष 2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतें सातवें आसमान को टच करती जा रही है। चलिए आज आपको बताते हैं कि 3 साल बाद यानी वर्ष 2028 तक कितने हो जाएंगे 10 ग्राम सोने के भाव।
सोने की कीमतों में बीते कई दिनों से उतार चढ़ाव जारी है। रॉकेट की रफ्तार से भाग रहे सोने के भाव को देख खरीदारों के बीच चिंता का माहौल बना हुआ है। एक्सपर्ट्स द्वारा सोने के भाव को लेकर तरह-तरह के अंदाज़ लगाए जा रहे हैं।
इन दोनों सोने के भाव न थमने वाली रफ्तार को पकड़े हुए हैं जिन्हें देखकर हर कोई कह रहा है कि भविष्य में सोने की कीमतें हाई लेवल के आंकड़े को पार कर जाएगी। जब साल 2025 शुरू हुआ था तो उस समय सोने में तेजी का रुख भी सामने आ गया था। अब तक पहले चार माह में ही सोने ने कई बार ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया है। यह स्थिति घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर रही है। वायदा बाजार में भी सोने की कीमतों (sone ka bhav) ने नया रिकॉर्ड बनाया है।
सोने के बढ़ रहे भाव को देखने में से काफी खुश नजर आ रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि भविष्य में सोना काफी अच्छा रिटर्न दे सकता है। 2026 में भी सोना तेजी से ट्रेड करेगा और 2027 व 2028 तक 10 ग्राम गोल्ड नए रिकॉर्ड कायम करेगा, जानिये इस पर नई रिपोर्ट और एक्सपर्ट क्या कहते हैं।
इस साल कुछ इतने चमकेंगे सोने के भाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना इस समय 3,200 डॉलर प्रति औंस (gold price in USA) के करीब बना हुआ है। 2025 में भारतीय सराफा बाजार (gold rate today) में इस साल की शुरुआत से ही सोने ने निवेशकों को तगड़ा मुनाफा दिया है। इस साल सोने के रेट (gold rate today) में जबरदस्त बढ़ौतरी देखी गई है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादा जोखिम वाले हालात में सोना 2025 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में 4,500 डॉलर प्रति औंस तक भी जा सकता है। भारत में इसी साल में 10 ग्राम सोना 1 लाख से पार होने का अनुमान है।
सोना-चांदी का ताजा रेट
सोने के रेट 97,900 रुपए प्रति दस ग्राम और चांदी के भाव 99,000 रुपए प्रति किलो के हिसाब से हो गई है। अक्षय तृतीया पर सोने और चांदी की डिमांड काफी ज्यादा रही है। इस वजह से आने वाले दिनों में सोना चांदी (Silver price today) के गहनों के रेट बढ़ सकते हैं। अबकी बार सोने ने हाई लेवल के सारे रिकॉर्ड तोड़ डालें है।
बढ़ रहा गोल्ड़ में निवेश
सोने में निवेश (gold investment) अब दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। यह अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वार के कारण भी बढ़ रहा है। इस तनाव के बीच सोना निवेश (gold investment tips) का सुरक्षित विकल्प माना जा रहा है। आर्थिक मंदी से बचने का एक नया तरीका माना जा रहा है। कई देशों के बीच इस समय संघर्ष और तनाव जारी है,
इसलिए सोने में निवेश बढ़ रहा है। केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीददारी जमकर की जा रही है, जो सोने की मांग और कीमतें बढ़ा रही है। वैश्विक जोखिम के दौर में सोना बेहतर संपत्ति बनता रहा है। इससे सोने के रेट (gold price 22 april) बढ़ते जा रहे हैं। यह निवेशकों के लिए तो फायदेमंद है लेकिन खरीदारों को इसे काफी परेशानी होती है।
रेट बढ़ने के मुख्य कारण
भारत में शादी के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है और इसका असर सोने की कीमतों पर पड़ता है। अमेरिकी ट्रेजरी की ज्यादा बिक्री होने पर व डॉलर में कमजोरी से भी सोने में निवेश (gold buying tips) बढ़ता है और इसका असर भाव पर भी पड़ता है।
घरेलू व वैश्विक परिस्थितियां, बाजारी हालात, अर्थव्यवस्था और राजनीतिक कारणों से भी सोने की कीमतें अप डाउन होती रहती हैं।
सोने के आयात शुल्क, टैक्स, जीएसटी (GST on gold) व मेकिंग चार्ज में बढ़ौतरी होने के कारण भी सोने के रेट बढ़ जाते हैं। हालांकि इस साल सोने की कीमतों में गिरावट आने की संभावना कुछ विशेषज्ञों की ओर से जताई गई है।
एक्सपर्ट्स का कहना
साल 2025 की शुरुआत में सोने के दामों में जो तेजी देखने को मिली थी, वही 2026 की शुरुआत में जारी रहती है तो सोने के रेट (gold rate in 2026) आम आदमी की पहुंच से बाहर होंगे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि साल 2028 तक सोने के रेट (gold price in 2028) सातवें आसमान पर होंगे। अंतराष्ट्रीय बाजार में जनवरी 2028 में सोने की कीमत 3,800 डॉलर प्रति औंस से अधिक हो सकती है, वहीं भारत में प्रति तोला सोने की कीमत (sone ka bhav) करीब सवा लाख से उपर हो सकती है।
2028 में इस तरह आएगी सोने में चमक
2028 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय लेवल पर सोने की अधिकतम कीमत 3,795 डॉलर प्रति औंस (sone ka bhav) पहुंच सकती है। अनुमान है कि 2028 के पहले महीने में सोने की कीमत 3,520 डॉलर प्रति औंस होगी और आखिर तक यह बढ़कर करीब 3,800 डॉलर प्रति औंस तक आ सकती है।
भारत में भी 10 ग्राम सोने की कीमत (gold rate in india) 2028 की शुरुआत में 1 लाख 15 हजार से शुरू होकर साल के अंत तक सवा लाख के आंकड़े को पार कर सकती हैं।
