इस बार गन्ना किसानों के लिए अच्छी खबर लेकर के आ गया है इसमें कहा जा रहा है की प्रदेश की सरकार गन्ने का मुलाय बढ़ाने का फैसला कर रही है वही यूपी की सरकार एक से दो दिन के अंदर गन्ने के मुलाय में करीब 15 से 25 रुपए प्रति क्विंटल तक की बढ़ोतरी कर सकती है। ऐसा ही किसानों के लिए बहुत बुरी खबर भी आ सकती है क्योकि राज्य में 2022 के बाद गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ा है जबकि गन्ना उत्पादित इलाको में इसकी बढ़ोतरी का फैसला किया गया है।
प्रदेश में अब तक कितनी बार बढ़ा गन्ने का मूल्य
प्रदेश में 2016-17 में योगी सरकार के आने के बाद से गन्ने के एसएपी में प्रति क्विंटल के हिसाब से 35 रुपए की बढ़ोतरी की है। इससे पहले राज्य में गन्ने का मूल्य 305-315 रुपए प्रति क्विंटल था, जिसे योगी सरकार ने बढ़ाकर 340-350 रुपए प्रति क्विंटल तक रखा गया है और प्रदेश में अंतिम बार साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने गन्ना का मूल्य बढ़ाकर 350 और 360 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया था।
जल्द कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा प्रस्ताव
आपको बता दे, राज्य परामर्शित गन्ना मूल्य निर्धारण संस्तुति समिति की बैठक हुई। इसमें एक ओर गन्ना किसानों ने फसल लागत बढ़ने के कारण गन्ने का मूल्य बढ़ाने की मांग की गयी है। वहीं दूसरी ओर चीनी मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने अपनी परेशानियां बताते हुए गन्ने का मूल्य यथावत रखने की बात भी रखी और मुख्य सचिव ने सभी की बातों को सुनने के बाद कहा कि जल्द ही गन्ना मूल्य घोषित कर दिया जाएगा। संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी के लिए जल्द ही इसे कैबिनेट में सामने रखा जाएगा।
गन्ना मूल्य बढ़ाने से चीनी मिलों को क्या हो सकता है लाभ
राज्य सरकार की ओर से गन्ने का मूल्य बढ़ाए जाने से गन्ना किसानों को काफी लाभ मिलने वाला है। उनका गन्ना अधिक कीमत पर बिकेगा। वहीं चीनी मिलों को भी इससे लाभ हो सकता है। सरकार गन्ना के मूल्य में बढ़ोतरी के कारण पड़ने वाले व्यय भार को कम करने के लिए चीनी मिलों को एक से दो रुपए परिवहन किराए में राहत दे सकती है। ऐसे में आशा की जा रही है कि राज्य सरकार गन्ने के मूल्य में 25 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर सकती है।