Govt Action: गुरुग्राम जिसे मिलेनियम सिटी के नाम से जाना जाता है में 187 जर्जर भवनों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है. हरियाणा मानवाधिकार आयोग में हाल ही में हुई सुनवाई के दौरान, इन भवनों को गंभीर खतरा बताया गया है. निगम अधिकारियों को इन भवनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
नोटिस जारी और जवाब की मांग
निगम द्वारा जर्जर भवनों के मालिकों को नोटिस जारी किया जा रहा है. इस नोटिस में मालिकों से पूछा जा रहा है कि वे अपने भवनों को स्वयं ध्वस्त करेंगे या फिर निगम को यह कार्य करना होगा. यह प्रक्रिया शहर के सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है.
पिछले हादसे और निगम की प्रतिक्रिया
बीते समय में गुरुग्राम में हुए चिंटल्स पैराडिसो हादसे, जिसमें छह फ्लैट्स की छत गिरने से दो महिलाओं की मृत्यु हुई थी, के बाद नगर निगम ने सभी कंडम भवनों का सर्वे करवाया था. इस सर्वे के दौरान शहर में 555 कंडम भवनों को चिन्हित किया गया था.
हरियाणा मानवाधिकार आयोग की भूमिका
हरियाणा मानवाधिकार आयोग ने इस मुद्दे पर सक्रियता दिखाते हुए निगम को नोटिस जारी किया और निगम से इन भवनों को तोड़ने की तत्काल कार्रवाई करने को कहा. इससे भविष्य में होने वाले हादसों को रोका जा सकता है.
अंतिम नोटिस और कार्रवाई की तैयारी
निगम अब इन भवनों के मालिकों को अंतिम नोटिस जारी करेगा और यदि मालिक खुद से भवनों को नहीं तोड़ते हैं, तो निगम द्वारा इन्हें तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी. यह कार्य न केवल नगर निगम की जिम्मेदारी है बल्कि यह समुदाय की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है.