Haryana BPL List: हरियाणा सरकार ने राज्य में फर्जी तरीके से BPL सूची में शामिल होने वालों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई शुरू की है. 1 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक चले इस विशेष अभियान के दौरान, राज्य के विभिन्न जिलों से 1609 परिवारों को बीपीएल सूची से बाहर कर दिया गया है. ये परिवार उनमें शामिल हैं जिन्होंने अपनी आय छिपाकर या फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग करके सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया.
खुलासा और कार्रवाई
इस अभियान के तहत, ऐसे परिवारों की पहचान की गई जिन्होंने आय प्रमाण पत्रों में जानकारी को तोड़-मरोड़कर पेश किया या परिवार पहचान पत्र में गड़बड़ियां करके खुद को गरीब दिखाया. सरकार ने ऐसे लोगों को 20 अप्रैल 2025 तक का समय दिया है कि वे खुद से अपना नाम BPL सूची से हटा लें. अगर वे इस तारीख तक ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ आगे एफआईआर दर्ज की जाएगी.
जिला-वार कार्रवाई की विस्तृत जानकारी
इस अभियान में सबसे अधिक प्रभावित जिला सोनीपत रहा, जहां से 294 परिवारों को सूची से हटाया गया. अन्य जिले जैसे कुरुक्षेत्र, हिसार, भिवानी, और गुरुग्राम में भी कई परिवारों को इस सूची से बाहर किया गया. यह कार्रवाई स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि सरकार फर्जीवाड़े को रोकने के लिए कितनी सचेत है.
फर्जीवाड़ा और हेराफेरी
अधिकांश मामलों में, यह पाया गया कि लोगों ने जानबूझकर अपनी वास्तविक आय को छुपाया और फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके BPL सूची में अपना नाम दर्ज कराया. इससे वे सरकारी सहायता प्राप्त करने में सफल रहे.
अंतिम चेतावनी और आगे की कार्रवाई
सरकार ने स्पष्ट किया है कि 20 अप्रैल 2025 के बाद भी अगर कोई फर्जी तरीके से BPL सूची में बना रहता है, तो उन पर गंभीर कार्रवाई की जाएगी जिसमें FIR दर्ज करना और उनसे सरकारी सुविधाओं की रिकवरी करना शामिल है. यह कदम उन वास्तविक जरूरतमंद लोगों के हक की रक्षा के लिए उठाया गया है जो वास्तव में सरकारी सहायता के हकदार हैं.