Haryana Mausam: हरियाणा राज्य में इस वर्ष मानसून का प्रभाव सामान्य से कम रहा है जिससे राज्य के कृषि और जल संग्रहण प्रबंधन में विभिन्न चुनौतियाँ पैदा हो गई हैं. इस अवधि के दौरान हरियाणा के 6 जिलों में केवल 390.4 मिलीमीटर बरसात हुई है जो कि सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज तीन प्रतिशत कम है.
इन जिलों में मौसम का हाल
हाल ही में, हरियाणा के पंचकूला, अंबाला और कुरुक्षेत्र जिलों में मौसम की खराबी के अनुमान के साथ, स्थानीय प्रशासन और किसान समुदायों में चिंता का माहौल बना हुआ है. इसके विपरीत, आगामी दिनों में महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, और पलवल जिलों में भारी बरसात (Heavy Rainfall) की संभावना जताई गई है.
अगले सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान
हिसार में स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 29 सितंबर तक राज्य में मौसम परिवर्तनशील (Weather Change) रहने की संभावना है. इस अवधि में मानसूनी हवाओं की सक्रियता में बढ़ोतरी होगी जिससे अधिकांश जिलों में तेज हवाएं चलने की उम्मीद है.
किसानों के लिए सुझाव
किसानों को अपने खेती की योजनाओं में संशोधन करने की सलाह दी जा रही है जिससे वे मौसम की स्थितियों का मुकाबला कर सकें. विशेष रूप से जल संचयन तकनीकों (Water Harvesting Techniques) और सिंचाई प्रबंधन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है.