Haryana New IIT: हरियाणा के बाढड़ा उपमंडल को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद धर्मवीर सिंह के प्रयासों से यहां एक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की स्थापना का रास्ता साफ होता दिख रहा है। इसके लिए सरकार ने बाढड़ा क्षेत्र के किसी गांव में 300 एकड़ शामलाती भूमि की पहचान करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में राज्य तकनीकी महानिदेशक ने दादरी के उपायुक्त को पत्र जारी कर भूमि अधिग्रहण और अन्य जरूरी प्रक्रियाओं पर रिपोर्ट तैयार करने को कहा है।
सांसद धर्मवीर सिंह के प्रयास लाए रंग
सांसद धर्मवीर सिंह ने काफी समय से बाढड़ा में आईआईटी स्थापित करने की मांग उठाई थी। उनकी इस मांग को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया और क्षेत्र में आईआईटी की स्थापना को हरी झंडी दे दी। यह फैसला क्षेत्र के विकास और युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इससे बाढड़ा, दादरी और महेंद्रगढ़ के हजारों छात्र-छात्राओं को फायदा होगा, जिन्हें अपने ही राज्य में उच्च स्तरीय तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
औद्योगिक विकास को मिलेगी रफ्तार
आईआईटी की स्थापना से इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलेगी। कोटपूतली से चंडीगढ़ तक निर्मित 152D हाईवे और दिल्ली से जयपुर होकर कांडला बंदरगाह तक जाने वाले प्रस्तावित मेगा हाईवे के कारण यह क्षेत्र पहले से ही औद्योगिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण बन चुका है। अब जब यहां एक प्रमुख एजुकेशनल इंस्टिट्यूट खुलेगा, तो इससे नई तकनीकी और शोध को बढ़ावा मिलेगा, जिससे कंपनियों और इंडस्ट्रीज के निवेश की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी।
युवाओं के लिए नए अवसरों का खुला द्वार
आईआईटी की स्थापना से इस क्षेत्र के युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। अब उन्हें उच्च स्तरीय तकनीकी शिक्षा के लिए दिल्ली, कानपुर, मुंबई जैसे बड़े शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही, यह संस्थान स्थानीय छात्रों को वर्ल्ड क्लास शिक्षा प्रदान करेगा, जिससे उन्हें इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बेहतरीन अवसर मिलेंगे। इसके अलावा, शोध और नवाचार को भी बल मिलेगा, जिससे छात्र स्टार्टअप और नए बिजनेस मॉडल की ओर मोटीवैट होंगे।
रेलवे कनेक्टिविटी से होगा फायदा
बाढड़ा, दादरी और लोहारू क्षेत्र को सीधे दिल्ली से जोड़ने के लिए फर्रुखनगर से लोहारू रेलवे लाइन पर सर्वे का कार्य भी चल रहा है। इससे यहां के लोगों को दिल्ली, जयपुर, चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों तक आसानी से पहुंचने की सुविधा मिलेगी। जब आईआईटी की स्थापना होगी, तो इस रेलवे लाइन से छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं को भी फायदा मिलेगा। इससे न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती मिलेगी।
300 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज
इस परियोजना को शीघ्र शुरू करने के लिए 300 एकड़ भूमि की पहचान करने का कार्य प्राथमिकता पर रखा गया है। इसके लिए बाढड़ा तहसीलदार को विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होते ही निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। यह संस्थान शिक्षा के साथ-साथ शोध, नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देगा।
बाढड़ा को मिलेगी नई पहचान
आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की स्थापना से बाढड़ा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी। इससे शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा की छवि को मजबूती मिलेगी और अन्य बड़े शिक्षण संस्थानों को भी यहां निवेश करने की प्रेरणा मिलेगी। इससे छात्रों को न केवल शिक्षा का लाभ मिलेगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
छात्रों और स्थानीय निवासियों को होगा बड़ा लाभ
इस परियोजना से स्थानीय लोगों को भी बहुत लाभ होगा। एक प्रमुख शिक्षण संस्थान के खुलने से क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। आईआईटी के निर्माण के दौरान ही सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं इसके खुलने के बाद शिक्षण और प्रशासनिक पदों पर भी अनेक अवसर उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, यहां के छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को भी आर्थिक फायदा मिलेगा।