Haryana News: जिला प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए बस अड्डे पर एक अनोखी पहल की है. इस पहल के तहत कंडम घोषित एक बस को रैन बसेरा में तब्दील कर दिया गया है. बस में सीटें हटाकर 10 बिस्तर लगाए गए हैं, जिससे रात्रि में यात्रा करने वाले लोगों को आरामदायक स्थान मिल सके. इस तरह की सुविधा देने का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सर्दियों की ठंडी रातों में ठहरने का आरामदायक विकल्प प्रदान करना है.
स्थायी रैन बसेरे की दूरी की समस्या
हालांकि सिरटा रोड पर महर्षि वाल्मीकि सामुदायिक केंद्र में एक तीन मंजिला भवन रैन बसेरे के लिए बनाया गया है, जिसमें अनेक सुविधाएं उपलब्ध हैं. लेकिन इसकी दूरी बस अड्डे और रेलवे स्टेशन से कई किलोमीटर होने के कारण रात के समय वहां पहुँचना यात्रियों के लिए कठिन होता है. इस समस्या का समाधान करने के लिए ही बस अड्डे पर यह अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है.
रैन बसेरे की सुविधाएँ
इस कंडम बस में रैन बसेरा बनाने की योजना को ध्यानपूर्वक अमल में लाया गया है. बस में बिस्तर, रजाई और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है ताकि रात्रि में यात्री और अन्य जरूरतमंद व्यक्ति आराम से ठहर सकें. यह सुविधा विशेषकर उन यात्रियों के लिए लाभकारी है जो देर रात या तड़के यात्रा करते हैं.
जिला प्रशासन की भूमिका
जिला प्रशासन ने इस पहल को सफल बनाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं. डी.सी. प्रीति के निर्देशानुसार, इस परियोजना को रोडवेज के सहयोग से संचालित किया जा रहा है. इस पहल के माध्यम से जरूरतमंद यात्रियों को ठंड में राहत मिलने की उम्मीद है.
आगे की योजनाएँ
इस पहल की सफलता को देखते हुए. प्रशासन भविष्य में और अधिक ऐसे रैन बसेरों की स्थापना की योजना बना रहा है. यह न केवल यात्रियों को आरामदायक रात्रि विश्राम प्रदान करेगा. बल्कि यह सामाजिक समर्थन की भी एक मिसाल कायम करेगा.