Haryana News: हरियाणा के चरखी दादरी जिले को एक बड़ी सौगात मिली है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पंचकूला में आयोजित राज्यस्तरीय महिला सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने बाल भवन का ऑनलाइन शिलान्यास किया। इस भवन के निर्माण से न केवल बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिलेगा बल्कि महिलाओं को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
बच्चों के समग्र विकास में होगा योगदान
बच्चों का शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास समाज की प्रगति के लिए आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए बाल भवन की स्थापना की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भवन बच्चों के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करेगा जहां उन्हें शिक्षा, कला, संगीत, खेल, विज्ञान और सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा।
बच्चों को मिलेगा क्रीऐटिवटी को निखारने का अवसर
बाल भवन केवल एक शिक्षा केंद्र नहीं होगा, बल्कि यह बच्चों की क्रीऐटिवटी को बढ़ावा देने में भी सहायक होगा। यहां बच्चों को विभिन्न प्रकार की कार्यशालाओं (वर्कशॉप) और प्रशिक्षण सत्रों में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपने कौशल को निखार सकेंगे।
महिलाओं के लिए रोजगार ट्रैनिंग सेंटर
महिला एवं बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी गीता सहारण ने बताया कि बाल भवन का निर्माण महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होगा। इस भवन में महिलाओं के लिए सिलाई, ब्यूटीशियन, कंप्यूटर, हस्तकला और अन्य स्वरोजगार से जुड़े ट्रैनिंग दिए जाएंगे। इससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मिलेगी मदद
इस भवन में महिलाओं के लिए विशेष ट्रैनिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिससे वे अपने बिजनस शुरू करने के लिए तैयार हो सकें। विशेष रूप से उन महिलाओं को लाभ मिलेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हैं।
बाल भवन का स्थान और निर्माण कार्य
जिला कार्यक्रम अधिकारी गीता सहारण के अनुसार, यह बाल भवन स्थानीय सिविल अस्पताल के पीछे बनाया जा रहा है। इस परियोजना पर करीब 12 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसका निर्माण कार्य लगभग डेढ़ साल में पूरा कर लिया जाएगा।
बच्चों के लिए विशेष सुविधाएं
बाल भवन में बच्चों के लिए ये सुविधाएं होंगी:
- पुस्तकालय: जहां बच्चे ज्ञानवर्धक पुस्तकों का अध्ययन कर सकेंगे।
- खेल परिसर: बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए खेलकूद की व्यवस्था।
- कला और संगीत कक्ष: बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए विशेष कक्ष।
- स्मार्ट क्लासरूम: आधुनिक शिक्षा पद्धतियों को अपनाने के लिए डिजिटल क्लासरूम।
- वैज्ञानिक प्रयोगशाला: विज्ञान में रुचि रखने वाले बच्चों के लिए प्रैक्टिकल गतिविधियां।
लोकल प्रशासन की भूमिका
इस परियोजना को सफल बनाने के लिए लोकल प्रशासन पूरी तरह से समर्पित है। प्रशासन का कहना है कि यह बाल भवन न केवल बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाएगा, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का भी कार्य करेगा।