Haryana News: रेल यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। हिसार के सातरोड रेलवे स्टेशन से चिड़ौद तक 25 किलोमीटर लंबा रेलवे बाईपास ट्रैक बिछाने की योजना बनाई गई है। इस बाईपास ट्रैक का उद्देश्य ट्रेन संचालन को सुगम बनाना और यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करना है।
इस परियोजना की स्थिति
इस परियोजना की स्थिति की बात करें तो फील्ड सर्वे पूरा इंजीनियर्स की टीम ने पूरे क्षेत्र का सर्वेक्षण कर लिया है। सर्वे रिपोर्ट भी बीकानेर मंडल मुख्यालय को भेज दी गई है।अब मंडल मुख्यालय की ओर से बजट एस्टिमेट और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है।
यह बाईपास ट्रैक हिसार और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है। DPR तैयार होने के बाद इसे रेलवे मंत्रालय की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
इंजीनियर की सर्वे रिपोर्ट
इंजीनियर्स की टीम ने सर्वे रिपोर्ट में प्रस्तावित रेलवे बाईपास ट्रैक का विस्तृत मार्ग प्रस्तुत किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, सातरोड से आधार अस्पताल के पास, फिर डाबड़ा गांव का कुछ हिस्सा, उसके बाद मुकलान, मुकलान से देवा, और देवा से होते हुए चिड़ौद तक यह बाईपास ट्रैक बिछाया जाएगा।
इस रेलवे बाईपास के प्रमुख फायदे
1. पंजाब जाने वाली मालगाड़ियों के लिए सीधा मार्ग सातरोड से चिड़ौद तक बाईपास बनने के बाद मालगाड़ियों को हिसार से गुजरने की जरूरत नहीं होगी।
2. ट्रैक का सीधा रूट मालगाड़ियों के संचालन में समय की बचत करेगा और ट्रैफिक में भी कमी आएगी।
3. मालगाड़ियों को सुचारु रूप से चलाने में मदद मिलेगी, जिससे यात्री ट्रेनों की समय-सारिणी पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
4. क्षेत्रीय विकास भी बाईपास ट्रैक आसपास के गांवों और क्षेत्रों के विकास को गति देगा।
यह परियोजना न केवल रेलवे के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि हिसार और आसपास के लोगों के लिए भी लाभकारी साबित होगी। अब बीकानेर मंडल मुख्यालय से डीपीआर और बजट एस्टिमेट तैयार होने के बाद इसे अंतिम स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।