Haryana Weather: हरियाणा सहित समूचे उत्तर भारत में मौसम में आए भारी बदलाव के कारण बर्फीली हवाएं चल रही हैं. जिससे तापमान में अचानक गिरावट आई है. यह परिवर्तन न केवल दिन के समय बल्कि रात्रि के दौरान भी महसूस किया जा रहा है. जिससे ठंड की तीव्रता में बढ़ोतरी हुई है.
शीत लहर की चेतावनी और संभावित प्रभाव
मौसम विज्ञान विभाग ने 15 दिसंबर तक हरियाणा में शीत लहर (cold wave) की चेतावनी जारी की है, जिसमें तापमान में और अधिक गिरावट की संभावना है. इस दौरान कड़ाके की ठंड का सामना करने के लिए लोगों को उचित तैयारी की आवश्यकता है.
राज्य के विभिन्न हिस्सों में ठंड का प्रभाव
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में रात्रि का तापमान (night temperature) सामान्य से काफी नीचे गिर चुका है. जहां कुछ स्थानों पर तापमान हिमांक को भी पार कर गया है. इससे दैनिक जीवन पर प्रभाव पड़ रहा है. विशेषकर सुबह और शाम के समय.
भारत के सबसे ठंडे स्थान
हरियाणा के सिवानी, बालसमंद, सोनीपत, महेंद्रगढ़ और पंजाब के पठानकोट और फरीदकोट को भारत के सबसे ठंडे स्थानों (coldest locations) में गिना जा रहा है. ये सभी स्थान शिमला की तुलना में अधिक ठंडे होते हैं. जहां रात्रि का तापमान और भी कम दर्ज किया गया है.
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
मौसम में यह बदलाव मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण हुआ है. जिससे हवा की दिशा में परिवर्तन और बादल छाने की संभावना बढ़ गई है. हालांकि वर्तमान में प्रदेश में बारिश की कोई सम्भावना नहीं है. फिर भी तापमान में निरंतर कमी देखी जा सकती है.
आने वाले दिनों में मौसम की संभावनाएं
मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में और अधिक गिरावट (temperature drop) की उम्मीद है. इसे देखते हुए नागरिकों को ठंड से बचाव के लिए उचित उपाय करने चाहिए और संभवतः आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए.