Weather Update : बीते कई दिनों से देश भर के कई राज्यों में ताबड़तोड़ बरसात लोगों के लिए परेशानी का कारण बनती जा रही है। कई राज्यों में बरसात की वजह से बाढ़ आ गई है। बात की जाए हरियाणा के मौसम की तो यहां भी जमकर बरसात हो रही है। आइए खबर में आपको बताते हैं कि हरियाणा में किस दिन होगी मानसून बरसात की विदाई।
चारों तरफ हो रही बरसात ने लोगों की परेशानियों को और भी बढ़ा दिया है। इस साल की बरसात ने हरियाणा समेत पूरे दिल्ली एनसीआर में बीते 15 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इन दोनों जहां बीते साल गर्मी लोगों को परेशान करती थी वही अबकी बार बारिश भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है।
मौसम विभाग (IMD Alert) का कहना है कि जल्द ही मानसून बाय-बाय बोलता नजर आएगा। लेकिन जाने से पहले एक बार फिर मानसून भयंकर बरसात से सबको भिगोकर जाएगा। मौसम विभाग की तरफ से देश के कई राज्यों में आज भी बरसात होने की संभावना बताई गई है। मानसून का असर हरियाणा के भी कई जिलों में साफ-साफ नजर आ रहा है।
सिरसा में घग्गर नदी डेंजर (IMD Weather update) लेवल पर है, जबकि कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी ओवरफ्लो कर रही है। फरीदाबाद में दिल्ली के ओखला बैराज से यमुना में छोड़े गए 55 हजार क्यूसेक पानी का असर दिखने लगा है। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन निचले इलाकों के खेत जलमग्न हो गए हैं। रजपुरा गांव में किसानों की बाजरे की फसल पूरी तरह पानी में डूब गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक (Aaj Ka Mausam) अगले तीन से चार दिन तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। 1 सितंबर को अच्छी बारिश होने का अनुमान है, जबकि 2 और 3 सितंबर को हल्की से मध्यम बारिश होगी। इस दौरान तापमान में गिरावट आएगी और ठंडी हवाएं मौसम को सुहावना बनाएंगी। मानसून की ट्रफ उत्तर भारत में सक्रिय है और लगातार लो प्रेशर एरिया बनने से अगले 12-13 दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा।
आज के मौसम को लेकर भी IMD की तरफ से बड़ा अपडेट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग ने आज कैथल कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर समेत 6 जिलों में अलर्ट (Haryana Weather News) जारी किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश धान की फसल के लिए लाभदायक है, लेकिन कपास, ग्वार और बाजरे पर नकारात्मक असर डाल सकती है। IMD की तरफ से किसानों को सलाह दी गई है कि खेतों में पानी न रुकने दें।