Home Loan Default : होम लोन लिया है या लेने की सोच रहे हैं? डिफॉल्ट से बचने के लिए जानिए सही रणनीति – इमरजेंसी फंड, पर्सनल लोन विकल्प, लोन रीस्ट्रक्चरिंग और भी बहुत कुछ। इस गाइड को पढ़कर जानें कैसे प्लानिंग और समझदारी से अपने लोन को आसानी से चुका सकते हैं।
आज के समय में लोन लेना कोई बड़ी बात नहीं है, आज कल व्यक्ति अपनी पढाई के लिए या फिर शादी के लिए या फिर अपना नया घर बनाने के लिए लोन लेता है, आप चाहें तो पर्सनल लोन भी ले सकते है, अगर आपका क्रेडिट कार्ड का रिकॉर्ड सही हो तो उस पर आपको आसानी से पर्सनल लोन मिल जाएगा।
होम लोन का डिफॉल्ट होना कोई बड़ी बात नहीं है, भविष्य की संभावनाओं और उतार-चढ़ाव पर ध्यान दिए बिना लोन लेते है, तो इसमें जोखिम आ सकता है, होम लोन लेना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन भविष्य की तैयारी के बिना होम लोन लेना आपको खतरे में डाल सकता है, हो सकता है, की होम लोन लेने वाला व्यक्ति किसी परेशानी में पड़ जाएं, जिससे वह लोन पूरा न कर पाएं, ऐसी ही स्थिति में होम लोन डिफॉल्ट होने की संभावना बनी रहती है, इसीलिए लोन लेने से पहले उसे किस प्रकार पूरा करना है, इसके बारे में सोच विचार पहले ही कर लेना चाहिए।
अपने लोन की शर्तों को ठीक से समझें
किसी भी प्रकार का कदम उठाने से पहले अपने लोन एग्रीमेंट को ठीक से पढ़े, ताकि डिफॉल्ट होने की स्थिति से जुडी शर्तों को आप सही से समझ पाएं, और साथ ही भुगतान में देरी, पेनल्टी, ब्याज दर और फोरक्लोजर की समय सीमा से जुड़े नियमों को बेहतर ढंग से समझें, इन तमाम चीजों की जानकारी लेने के बाद आप इन सब चीजों को सही से समझ पाएंगे की आपको की करना है, भविष्य में होम लोन चुकाने में किसी भी प्रकार की समस्या न आए, इसके लिए जानकार पहले ही सलाह देते है, की पहले छह महीने का एमरजैंसी फंड जमा करके चलें यानी 6 ईएमआई का पैसा कहीं जमा कर दें और उसे हाथ न लगाएं, यदि सब कुछ ठीक रहा तो वह पैसा बाद में भी काम आ सकता है, लेकिन अगर स्थिति बिगड़ गई तो किसी से कर्ज मांगे बिना आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।
पर्सनल लोन ले सकते है
अगर आपने सिक्योरिटी के तौर पर कोई प्रॉपर्टी कहीं रखी है, तो उस पर फटाफट लोन ले सकते है, आप चाहें तो पर्सनल लोन भी ले सकते है, अगर आपके क्रेडिट कार्ड का रिकॉर्ड सही है, तो आपको पर्सनल लोन बड़ी ही आसानी से मिल जाएगा, आप उस पैसे का इस्तेमाल होम लोन की ईएमआई देने में कर सकते है।
लोन रीस्ट्रक्चरिंग के विकल्पों पर विचार करें
लोन रीस्ट्रक्चरिंग के तहत लोन की शर्तों में बदलाव किया जा सकता है, ताकि भुगतान को आसान बनाया जा सके, इसके तहत लोन की अवधि को बढ़ाना या मंथली पेमेंट्स को कम करना या फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर स्विच करना जैसे विकल्प शामिल है, इस तरह के बदलाव आपको शॉर्ट टर्म राहत दें सकते है।