IAS और IPS दोनों ही भारत की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी नौकरियों में से हैं, लेकिन सैलरी के मामले में इनमें बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता है।
भारत में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) दोनों ही प्रतिष्ठित सरकारी सेवाएं हैं, जो देश के प्रशासन और कानून व्यवस्था को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन दोनों सेवाओं में अधिकारियों को आकर्षक वेतन और सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, लेकिन वेतनमान और अधिकतम वेतन के संदर्भ में, IAS अधिकारियों को IPS अधिकारियों की तुलना में अधिक वेतन मिलता है।
IAS अधिकारियों का वेतनमान
- शुरुआती बेसिक वेतन: IAS अधिकारियों का प्रारंभिक बेसिक वेतन ₹56,100 प्रति माह होता है।
- सेवा के अनुभव और पदोन्नति के साथ वृद्धि: सेवा के अनुभव और पदोन्नति के साथ, IAS अधिकारियों का वेतन बढ़ता है। उच्चतम पद, जैसे कैबिनेट सचिव, पर यह वेतन ₹2,50,000 प्रति माह तक पहुंच सकता है।
IPS अधिकारियों का वेतनमान
- शुरुआती बेसिक वेतन: IPS अधिकारियों का प्रारंभिक बेसिक वेतन भी ₹56,100 प्रति माह होता है।
- सेवा के अनुभव और पदोन्नति के साथ वृद्धि: सेवा के अनुभव और पदोन्नति के साथ, IPS अधिकारियों का वेतन बढ़ता है। उच्चतम पद, जैसे पुलिस महानिदेशक (DGP), पर यह वेतन ₹2,25,000 प्रति माह तक पहुंच सकता है।
अतिरिक्त भत्ते और सुविधाएं
दोनों सेवाओं में अधिकारियों को बेसिक वेतन के अलावा विभिन्न भत्ते और सुविधाएं मिलती हैं, जैसे महंगाई भत्ता (DA), यात्रा भत्ता (TA), और हाउस रेंट अलाउंस (HRA)। इन भत्तों की राशि अधिकारी के पद, सेवा अवधि, और तैनाती स्थान पर निर्भर करती है।
अधिकतम वेतनमान के आधार पर, IAS अधिकारियों को IPS अधिकारियों की तुलना में अधिक वेतन मिलता है। हालांकि, दोनों सेवाओं में वेतन और सुविधाएं सेवा के अनुभव, पदोन्नति, और तैनाती स्थान के अनुसार भिन्न हो सकती हैं।