आपने एमपी यानि मध्यप्रदेश का नाम तो अवश्य ही सुना होगा, मध्य प्रदेश, जिसे भारत के दिल का नाम से भी जाना जाता है इसके साथ ही इसकी सांस्कृतिक धरोहर का भंडारण भी कहते है यहाँ पर आपको भिमबेटका से लेकर पचमढ़ी, धुआंधार जलप्रपात से पेंच टाइगर रिजर्व तक कई ऐसे पैलेस मिल जाएंगे जिनकी देश ही नहीं बल्कि विदेश तक पहचान है इसके साथ ही यहाँ पर कई ऐसे पर्यटक स्थल भी जिन्हे राज्य का गर्व कहा जाता है इसके साथ ही भेड़ाघाट-लामेटाघाट और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में मान्यता प्राप्त हुई थी।
भेड़ाघाट का धुआंधार, अमरकंटक से उत्पन्न दो नदियों में से एक नर्मदा नदी के पथ पर है।. जहां नर्मदा नदी ऊँचे संगमरमर के चट्टानों पर धीरे-धीरे बहती है और थोड़ी दूर एक शक्तिशाली जलप्रपात की तरह गिरती है, जिसे धुआंधार कहा जाता है। सफेद पहाड़ियों से गिरने वाला पानी में ज्यादा से ज्यादा संगमरमर के कारण जो धुँआ की तरह होता है, उसके कारण इसे धुआंधार कहा जाता है। इसके साथ ही पूर्णिमा रातें एक जादुई प्रभाव बनाती हैं। इसकी सुंदरता को देखते हुए, इसे भारत का नायगारा फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है।
आपको बता दे, पेंच टाइगर रिजर्व, मध्य प्रदेश के शिवनी शहर में है और यह बच्चों की कहानियों के विशेष पात्र मोगली के लिए भी जाना जाता है, इसके साथ ही रडयार्ड किप्लिंग ने अपनी किताब “द जंगल बुक” के लिए अपनी कहानियों के लिए पेंच टाइगर रिजर्व को प्लॉट बनाया था,जिसमे मोगली का चरित्र का वर्णन किया गया है।
आईन-ए-अकबरी
मध्प्रदेश में कई स्थायी धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. पेंच का जिक्र न केवल आधुनिक समय में हो रहा है,बल्कि यहाँ से मध्यकालीन इतिहास दीखता है खास तौर से अबुल फजल द्वारा लिखित “आईन-ए-अकबरी” नामक पुस्तक में, उसकी सुंदरता का जिक्र किया गया है, जिसमें कहा गया है कि पेंच जैसे सुंदर स्थानों को अकबर के साम्राज्य में भी शामिल किया गया था।