Income Tax :आयकर विभाग ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 5000 हाई नेट वर्थ व्यक्तियों से 14 लाख करोड़ रुपये की टैक्स रिकवरी करने का प्लान तैयार किया है। यह कदम टैक्स चोरी और धोखाधड़ी पर नियंत्रण पाने के लिए उठाया गया है। पढ़ें पूरी डिटेल नीचे।
आयकर विभाग टैक्स डिफॉल्टर्स के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर रहा है। देशभर में 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स बकाया है, जिसमें से सबसे बड़े 5000 टैक्स डिफॉल्टर्स पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग ने इन डिफॉल्टर्स की ट्रांजेक्शन स्टेटमेंट तैयार की है ताकि बकाया वसूली में मदद मिल सके।
आयकर विभाग की कार्रवाई के मुख्य बिंदु: Income Tax
- 14 लाख करोड़ रुपये का टैक्स बकाया: सरकार इस भारी राशि की वसूली के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है, जो कि एक वित्त वर्ष के डायरेक्ट टैक्स संग्रह के बराबर है।
- वसूली की कार्रवाई में तेज़ी: विभाग ने फील्ड अधिकारियों को टैक्स बकाया वसूलने का जिम्मा सौंपा है। इसके लिए वित्तीय इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) से जानकारी प्राप्त की जा रही है।
- वसूली में चुनौतियाँ: बकाया राशि कोर्ट में लंबित मामलों, कारोबार बंद होने और कुछ डिफॉल्टर्स द्वारा पता बदलने के कारण अटक गई है। कुछ मामलों में बैंक खातों को सीज करने के बावजूद बकाया राशि की पूरी वसूली नहीं हो पा रही है।
- स्वैच्छिक टैक्स घोषणा योजना: सरकार टैक्स भुगतान को सरल बनाने के लिए स्वैच्छिक टैक्स घोषणा योजना को बढ़ावा दे रही है, ताकि टैक्सपेयर्स अपने टैक्स का सही तरीके से भुगतान कर सकें।
यह कार्रवाई टैक्स अनुपालन सुनिश्चित करने और बकाया राशि की वसूली को तेज करने के लिए की जा रही है।