Income tax rules for Gold purchase : सोने की खरीदारी में कई ऐसे नियम हैं, जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते। पैन कार्ड और आधार कार्ड (gold purchasing rules) बिना सोने की खरीदारी की एक लिमिट तय की गई है, जिसे ध्यान में रखना जरूरी है। इनकम टैक्स विभाग ने इस पर सख्त नियम बनाए हैं, जिनका पालन करना हर खरीददार के लिए जरूरी है। अगर इन नियमों को न समझा जाए तो बाद में बड़ी मुश्किलें आ सकती हैं। सोने की खरीदारी में ये अहम नियम आपको बड़े आर्थिक संकट से बचा सकते हैं।
(IT rules for Gold) हाल के समय में देश में बहुमूल्य धातुओं की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में लोग इस सोने को खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि बिना जरूरी दस्तावेज़ों जैसे पैन (Gold purchase without PAN) और आधार के कितनी मात्रा में सोना खरीदा जा सकता है। बिना आधार कार्ड व पैन कार्ड के एक लिमिट से ज्यादा सोना खरीदना कानून के खिलाफ हो सकता है। इनकम टैक्स विभाग (income tax department) भी इस प्रकार के लेन-देन पर कड़ी निगरानी रखता है।
2020 में हुआ इस अधिनियम में संशोधन –
खासतौर पर सोने की खरीददारी ब्याह-शादी, त्योहारों व अन्य खुशी के मौकों पर की जाती है। इन अवसरों पर सोने की खरीदारी (Gold Purchase limit on PAN card) में बढ़ोतरी होती है, क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। भारत में सोने की खरीदारी एक पुरानी परंपरा है। हाल के समय में सोने की कीमतों में वृद्धि देखी जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना पैन और आधार कार्ड के कितने सोने की खरीदारी की जा सकती है? 2020 में सरकार ने रत्न और आभूषण उद्योग को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) 2002 के तहत शामिल किया और इसे रिपोर्टिंग संस्थाओं के रूप में नामित किया।
KYC करवाने के नियम –
कुछ संस्थाएं केवाईसी नियमों का पालन करने के लिए जिम्मेदार होती हैं। इनमें निर्धारित सीमा से अधिक नकद लेनदेन पर खरीदार के पैन या आधार कार्ड (Gold purchase limit on aadhaar) की जानकारी मांगी जाती है। इसके अलावा, 10 लाख रुपये या उससे अधिक के नकद लेनदेन की रिपोर्ट सरकार को देना जरूरी होता है। इसके साथ ही आयकर नियम 1962 के नियम 114बी के अनुसार, सोने की खरीदारी पर 2 लाख रुपये या उससे अधिक के लेनदेन में पैन विवरण (Gold purchase limit on PAN) देना अनिवार्य है। ये नियम सुनिश्चित करते हैं कि वित्तीय लेनदेन सही तरीके से किए जाएं।
रोजाना कितने नकद लेनदेन की है सीमा –
आयकर अधिनियम की धारा 269ST (Income Tax Act) एक दिन में किसी व्यक्ति से 2 लाख रुपये से अधिक का नकद लेनदेन नहीं किया जा सकता। यदि कोई व्यक्ति एक दिन में 2 लाख रुपये से ज्यादा नकद में सोना खरीदता है, तो यह नियमों का उल्लंघन माना जाएगा। इसके परिणामस्वरूप, उस लेनदेन में शामिल व्यक्ति पर जुर्माना लगाया जा सकता है, जो नकद लेनदेन की राशि के बराबर होगा। यह जुर्माना आयकर अधिनियम 271डी के तहत लागू होता है और इसे गंभीर परिणामों से बचने के लिए ध्यान में रखना जरूरी है।
इतना सोना खरीदते वक्त देना होगा पैन और आधार –
सोने के आभूषण खरीदते समय अगर कीमत 2 लाख रुपये से अधिक है, तो पैन या आधार की जानकारी देना जरूरी है, चाहे भुगतान इलेक्ट्रॉनिक (Gold purcahsing limit) तरीके से हो। लेकिन अगर मूल्य 2 लाख रुपये से कम है, तो केवाईसी की आवश्यकता नहीं है, चाहे भुगतान नकद हो या डिजिटल। इससे ऊपर की राशि के लिए पैन या आधार कार्ड के विवरण की जरूरत होती है। इसके अलावा, 2 लाख रुपये से ज्यादा के नगद (Gold purcahsing limit in cash) लेनदेन पर रोक लगाई गई है।